प्रधानमंत्री मोदी का दौरा राज्य के विकास के एक नये अध्याय की शुरुआत करेगा: नायब सिंह सैनी
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चंडीगढ़, 13 अप्रैल : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 14 अप्रैल को राज्य का दौरा राज्य के लिए विकास के एक नये अध्याय की शुरुआत करेगा. मोदी सोमवार को हरियाणा में रहेंगे और भीम राव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर कई विकास पहलों का शुभारंभ करेंगे. मोदी हिसार हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे और उत्तर प्रदेश के अयोध्या के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान को हरी झंडी दिखाएंगे. वह हवाई अड्डे पर एक नये टर्मिनल भवन की आधारशिला भी रखेंगे. मोदी यमुनानगर में एक अन्य कार्यक्रम में दीनबंधु छोटू राम ताप ऊर्जा संयंत्र की 800 मेगावाट की एक आधुनिक ताप ऊर्जा इकाई की आधारशिला रखेंगे. वह हिसार और यमुनानगर में जनसभाओं को संबोधित भी करेंगे.

मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश 2047 तक विकसित राष्ट्र के सपने को साकार करने की दिशा में तेजी से प्रगति कर रहा है. एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मिशन यह सुनिश्चित करना है कि विकास की रोशनी हर नागरिक तक पहुंचे और हमारा देश आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ता रहे.’’ सैनी ने कहा कि केंद्र के सक्रिय सहयोग से हरियाणा सरकार जमीनी स्तर पर कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हिसार से अयोध्या (सप्ताह में दो बार) और जम्मू, अहमदाबाद, जयपुर और चंडीगढ़ के लिए सप्ताह में तीन उड़ानें हरियाणा की विमानन कनेक्टिविटी में एक महत्वपूर्ण छलांग साबित होंगी. बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री हवाई यात्रा को सुरक्षित, किफायती और सभी के लिए सुलभ बनाने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, हिसार में महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डे के 410 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले एक नये टर्मिनल भवन की आधारशिला रखेंगे. यह भी पढ़ें : वाराणसी में सपा कार्यकर्ता ने करणी सेना पर हमला करने का आरोप लगाया, प्राथमिकी दर्ज

इसमें कहा गया है कि इसमें एक अत्याधुनिक यात्री टर्मिनल, एक कार्गो टर्मिनल और एक एटीसी भवन शामिल होगा और इसे दो साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. बयान में कहा गया है कि मोदी भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 1,070 करोड़ रुपये की लागत वाली 14.4 किलोमीटर लंबी रेवाड़ी बाईपास परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे. बयान में कहा गया है कि इस बाईपास से रेवाड़ी शहर में भीड़भाड़ कम होगी, दिल्ली-नारनौल यात्रा का समय एक घंटे कम हो जाएगा तथा क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.

बयान के अनुसार, यमुनानगर ताप ऊर्जा इकाई 233 एकड़ में फैली हुई है और इसकी लागत करीब 8,470 करोड़ रुपये है. बयान के अनुसार मार्च 2029 तक चालू होने के बाद, इससे हरियाणा की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को काफी बढ़ावा मिलेगा और पूरे राज्य में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी.

बयान में कहा गया है कि 'गोबरधन' (गैलवैनाइजिंग आर्गेनिक बायो-एग्रो रिर्सोसेज धन) की दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए, मोदी यमुनानगर के मुकरबपुर में एक संपीड़ित बायोगैस संयंत्र की आधारशिला भी रखेंगे. बयान में कहा गया है कि 2027 तक पूरा होने वाला यह संयंत्र 2,600 मीट्रिक टन की वार्षिक उत्पादन क्षमता वाला होगा और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण में योगदान करते हुए प्रभावी जैविक अपशिष्ट प्रबंधन में मदद करेगा.