देश की खबरें | राजस्थान: गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा फोन टैपिंग मामले में सरकारी गवाह बने

जयपुर, 16 दिसंबर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा वर्ष 2020 में प्रदेश में राजनीतिक संकट के दौरान हुए फोन टैपिंग मामले में सरकारी गवाह बन गए हैं।

दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत पर मार्च 2021 में आपराधिक साजिश और गैरकानूनी तरीके से फोन टैपिंग के आरोप में शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

पुलिस ने इस मामले के संबंध में शर्मा से कई बार पूछताछ की है।

शर्मा ने पिछले सप्ताह नयी दिल्ली स्थित पटियाला हाउस अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष अर्जी दायर की थी, जिसे सोमवार को स्वीकार कर लिया गया।

शर्मा ने इस घटनाक्रम के बाद कहा था कि वह अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए चिंतित हैं और उनकी जान को खतरा है क्योंकि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं।

उनके वकील रोहन वाधवा ने बताया, “मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज किए गए इकबालिया बयान और अपराध शाखा द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताए जाने के बाद शर्मा को क्षमादान दे दिया गया और अब वह सरकारी गवाह बन गए हैं।”

उन्होंने बताया कि अर्जी में किसी भी आरोपी का नाम नहीं दिया गया है क्योंकि मामले की जांच अपराध शाखा कर रही है।

वाधवा ने बताया कि बयानों को पढ़ने और इस निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद कि साजिश में अन्य लोग भी शामिल हैं, अदालत ने उन्हें क्षमादान दे दिया।

उन्होंने फोन पर ‘पीटीआई-’ को बताया कि आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए अदालत का मानना है कि लोकेश शर्मा को क्षमादान देना जरूरी है ताकि मूल्यवान साक्ष्य प्राप्त किए जा सकें।

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