देश की खबरें | डगमगा रही है प्रधानमंत्री मोदी की कुर्सी, उन्होंने अपने ‘मित्रों’ पर ही हमला शुरू कर दिया : कांग्रेस

नयी दिल्ली, आठ मई कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को दावा किया कि देश में तीन चरणों के चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी 'डगमगा रही है' और उन्होंने अपने ही 'मित्रों' पर हमला शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह चुनाव परिणामों के 'असली रुझान' को दर्शाता है।

खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘वक्त बदल रहा है। दोस्त दोस्त ना रहा…! तीन चरणों के चुनाव पूरे हो जाने के बाद आज प्रधानमंत्री अपने मित्रों पर ही हमलावर हो गए हैं। इससे पता चल रहा है कि मोदी जी की कुर्सी डगमगा रही है। यही परिणाम के वास्तविक रुझान हैं।’’

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तेलंगाना में एक रैली में कहा था कि कांग्रेस को बताना चाहिए कि उसने 'अंबानी-अडाणी' मुद्दा उठाना क्यों बंद कर दिया है

मोदी ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादे पिछले पांच साल से सुबह उठते ही माला जपना शुरु करते थे... पांच साल से एक ही माला जपते थे। पांच उद्योगपति... फिर धीरे-धीरे कहने लगे... अंबानी, अडाणी... लेकिन जब से चुनाव घोषित हुआ है, इन्होंने अंबानी-अडाणी को गाली देना बंद कर दिया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जरा शहजादे घोषित करें कि इस चुनाव में अंबानी, अडाणी से कितना माल उठाया है... जरूर दाल में कुछ काला है। पांच साल तक अंबानी, अडाणी को गाली दी और रातोंरात गालियां बंद हो गई। मतलब कोई न कोई चोरी का माल टेम्पो भर-भर के आपने पाया है। ये जवाब देना पड़ेगा देश को।’’

प्रधानमंत्री के हमले के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस चुनाव का रुख इतनी ‘‘तेजी से बदल गया’’ है कि ‘‘हम दो हमारे दो के पप्पा’’ अपने ही बच्चों पर हमलावर हो गए हैं।

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पराजय एक पूर्व निष्कर्ष है। प्रधानमंत्री अब अपनी छाया से भी घबरा गए हैं।" रमेश ने उनकी परछाई के साथ मोदी की एक तस्वीर भी साझा की।

रमेश ने कहा, "जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपये के चुनावी बॉण्ड एकत्र किए - यह घोटाला इतना व्यापक था कि उच्चतम न्यायालय ने भी इसे असंवैधानिक घोषित कर दिया - वह आज दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।"

उन्होंने कहा, "याद रखें कि अपने चार रास्ते के जरिए प्रधानमंत्री ने अपने करीबी लोगों को उनके चंदे के बदले 4 लाख करोड़ रुपये के अनुबंध और लाइसेंस दिए हैं। अगर आज, 21 भारतीय अरबपतियों के पास 70 करोड़ भारतीयों के बराबर संपत्ति है, तो यह सब प्रधानमंत्री के इरादों और उनकी नीतियों के कारण है। यह कहने की जरूरत नहीं है कि उन 21 लोगों में 'हमारे दो' प्रमुख हैं।''

उन्होंने कहा कि कांग्रेस 28 जनवरी, 2023 से बार-बार "मोदाणी घोटाले" की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति गठित किए जाने की मांग करती रही है।

रमेश ने कहा, "हमने 23 अप्रैल, 2024 को चुनाव शुरू होने के बाद भी अपनी इस मांग को दोहराया और पांच दिन पहले ही 3 मई, 2024 को भी यह मांग की। राहुल गांधी ने 3 अप्रैल, 2024 से अपने भाषण में अडाणी का 103 बार और अंबानी का 30 से अधिक बार उल्लेख किया है।

उन्होंने ने कहा, "4 जून, 2024 को ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आते ही मोदाणी घोटाले की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाएगा...।’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जानते हैं कि लोग अब वास्तविकता समझ गए हैं कि उन्होंने सारी संपत्ति बड़े उद्योगपतियों को सौंप दी है और अब घबराकर वह सफाई दे रहे हैं।

पार्टी के एक अन्य नेता पवन खेड़ा ने कहा कि तीन चरणों के मतदान के बाद प्रधानमंत्री मोदी परेशान हैं और उन्हें महसूस हो रहा है कि जमीन हिल रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने अपने "मित्रों" से 8,200 करोड़ रुपये एकत्र किए और अब, जब वह चुनाव हार रहे हैं, उनके खिलाफ हो गए हैं।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने दावा किया कि प्रधानमंत्री दो बड़े उद्योगपतियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि उनके खिलाफ सीबीआई, ईडी या आयकर की छापेमारी कब होगी।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)