नई दिल्ली, 19 मई (आईएएनएस). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीटीवी के साथ खास बातचीत की. उन्होंने एनडीटीवी को दिए विशेष साक्षात्कार में तमाम सवालों का विस्तार से जवाब दिया. एनडीटीवी के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने भारत के भविष्य की झलक दिखाई. पीएम मोदी ने सरकार के विजन से लेकर चार जून के नतीजों के बाद भविष्य के भारत की भावी तस्वीर पर खुलकर बात की. इस लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने भाजपा के लिए '370 पार' और एनडीए के लिए '400 पार' का लक्ष्य रखा है. मैं उस रास्ते पर नहीं चलना चाहता... प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया आखिर वे क्यों नहीं करते हैं प्रेस कॉन्फ्रेंस.
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि 4 जून के नतीजों के बाद सेंसेक्स ऐसा झूमेगा कि शेयर मार्केट के प्रोग्रामर भी थक जाएंगे. पीएम मोदी ने कहा कि उनके 10 साल के कार्यकाल में सेंसेक्स ने 25 से 75 हजार तक का शानदार सफर तय किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने मैक्सिमम इकोनॉमिक रिफॉर्म्स किए हैं. प्रो-आंत्रप्रेन्योरशिप पॉलिसीज हमारी इकोनॉमी को बहुत बल देती हैं. हमने 25 हजार से यात्रा शुरू की थी. आज 75 हजार पर पहुंचे हैं. जितने ज्यादा सामान्य नागरिक इस फील्ड में आते हैं, उतना इकोनॉमी को बड़ा बल मिलता है. मैं चाहता हूं कि हर नागरिक में रिस्क लेने की क्षमता थोड़ी बढ़नी चाहिए. यह बहुत जरूरी है. सोच-सोचकर कि क्या करूंगा, इससे बात बनती नहीं है.
अपनी बात को विस्तार देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चार जून को लोकसभा चुनाव का नतीजा आएगा. आप हफ्ते भर में देखना कि भारत का स्टॉक मार्केट, उनकी प्रोग्रामिंग करने वाले सारे थक जाएंगे. अब देखिए, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम की कंपनियों का शेयर कहां पहुंचा है. इस शेयर का मतलब ही होता था गिरना. स्टॉक मार्केट में अब उनकी कीमतें बढ़ रही हैं.
एचएएल को देखिए, जिसको लेकर इन्होंने (विपक्ष ने) जुलूस निकाला था. मजदूरों को भड़काने की कोशिश की गई थी. आज एचएएल ने चौथी तिमाही में रिकॉर्ड प्रॉफिट प्राप्त किया है. एचएएल को 4 हजार करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है. एचएएल के इतिहास में इतना प्रॉफिट कभी नहीं हुआ है. भारत की डिजिटल क्रांति का डंका दुनिया भर में बज रहा है और दुनिया भर में लोग इसे लेकर चर्चा कर रहे हैं.
एनडीटीवी के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में नोबेल पुरस्कार विजेता पॉल रॉमर्स के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि कैसे दुनिया भारत की डिजिटल क्रांति को लेकर हैरान रह जाती है. इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल क्रांति के फायदे और भारत में तेजी से ग्रोथ करती ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को लेकर भी विस्तार से बातचीत की.
पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल एंबेसी की जैसी कल्पना है, हम उसे प्रमोट कर रहे हैं. आपने जो डिजिटल क्रांति भारत में देखी है, मैं समझता हूं कि गरीब के एम्पावरमेंट का सबसे बड़ा साधन डिजिटल रिवॉल्यूशन है. असमानता कम करने में डिजिटल रिवॉल्यूशन बहुत बड़ा काम करेगा.
पीएम मोदी ने कहा, "आज दुनिया यह मानती है कि एआई में भारत पूरी दुनिया को लीड करेगा. हमारे पास यूथ है, विविधता है, डेटा की ताकत है." पीएम मोदी ने कंटेंट क्रिएटर्स और गेमर्स से अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, "उन्होंने मुझे एक बड़ी आश्चर्यजनक चीज बताई. मैंने उनसे पूछा कि क्या कारण है कि यह इतना फैल रहा है, उन्होंने बताया कि डेटा बहुत सस्ता है. दुनिया में डेटा महंगा है, मैं दुनिया के गेमिंग कॉम्पिटिशन में जाता हूं, डेटा इतना महंगा पड़ता है. भारत में जब बाहर के लोग आते हैं तो हैरान हो जाते हैं कि अरे इतने में, इसके कारण भारत में एक नया क्षेत्र खुल गया है."
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज ऑनलाइन सब चीज एक्सेस है. कॉमन सर्विस सेंटर करीब 5 लाख से ज्यादा हैं. हर गांव में एक और बड़े गांव में 2-2, 3-3 हैं. किसी को रेलवे रिजर्वेशन करवाना है तो वह अपने गांव में ही कॉमन सर्विस सेंटर से करा लेता है. गवर्नेंस में मेरी अपनी एक फिलॉसफी है. मैं कहता हूं 'पी2जी2'(प्रो पीपल गुड गवर्नेंस)."
देश के पब्लिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में आए बदलाव को लेकर पूछे गए एक सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि ये रेहड़ी-पटरी वाले लोग हैं, उनको बैंक वाले पैसा नहीं देना चाहते हैं. मेरे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का फायदा हुआ कि रेहड़ी-पटरी वालों को बैंक से लोन मिला. उनका पैसा शाम को ही जमा हो जाता है. हर रेहड़ी-पटरी वाले के यहां आपको क्यूआर कोड मिलेगा. उसका व्यवस्था पर विश्वास भी बढ़ा है.