नयी दिल्ली, 30 जून सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री इस साल अप्रैल-जून की अवधि में 15 प्रतिशत घटकर 84,930 इकाई रह गयी। संपत्ति की कीमतों में वृद्धि के साथ-साथ आवास ऋण दरें बढ़ने के कारण यह गिरावट आई है।
संपत्ति सलाहकार एनारॉक से यह जानकारी दी है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में घरों की बिक्री 99,550 इकाई रही थी।
एनारॉक के मुताबिक, पिछले साल अप्रैल-जून तिमाही में घरों की बिक्री 24,569 इकाइयों की रही थी। इस तरह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में घरों की बिक्री तीन गुना से अधिक हो गई है।
आवास ब्रोकरेज कंपनी प्रॉपटाइगर द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, आठ शहरों में अप्रैल-जून, 2022 के दौरान सालाना आधार पर घरों की बिक्री 4.5 गुना बढ़कर 74,330 इकाई पर पहुंच गई, जबकि मांग पिछली तिमाही से पांच प्रतिशत अधिक रही।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘उत्पादन लागत पर मुद्रास्फीतिक दबाव ने विनिर्माताओं को पिछले कुछ महीनों में संपत्ति की कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर किया। इसके अलावा, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दो बार में नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की है, जिससे आवास ऋण महंगा हो गया है।’’
पुरी ने बताया कि अप्रैल-जून की अवधि में स्कूल की छुट्टियों के दौरान पारिवारिक यात्रा के कारण बिक्री भी प्रभावित हो सकती है।
रिया
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