कोलकाता, पांच दिसंबर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के चेयरमैन एम अजीत कुमार ने शनिवार को कहा कि सरकार द्वारा दिये गये कर लाभ प्राप्त करने के लिये व्यापारी समुदाय को अनुपालन मानदंडों का पालन करना चाहिये।
भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एक वेबिनार में कुमार ने कहा कि उन व्यापारियों को अलग करने की आवश्यकता है, जो मानदंडों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं लेकिन अनुचित लाभ उठा रहे हैं।
कुमार ने कहा, ‘‘व्यापार (व्यापार समुदाय) और सरकार को एक साझेदारी में काम करना है। कुछ व्यापारी अनुचित लाभ ले रहे हैं, लेकिन मानदंडों का पालन नहीं कर रहे हैं। इससे सरकार को विस्तारित लाभों पर अंकुश लगाने के लिये कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ेगा।’’
पिछले दो हफ्तों में, विभाग ने 10 हजार करोड़ रुपये तक इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) धोखाधड़ी का पता लगाया है, जिसके बाद 100 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
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जीएसटी रिफंड पर उन्होंने कहा, ‘‘प्रक्रिया पूरी तरह से स्वचालित है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि उन लेनदेन के लिये कोई रिफंड न दिया जाये, जहां सरकार ने कोई शुल्क नहीं लिया है।’’
उन्होंने कहा कि जोखिम पैदा करने वाले व्यापारियों को पता लगाने के लिये विभाग को विश्लेषण का सहारा लेना होगा।
कुमार ने कहा कि कारोबार जगत के ऐसे बिगड़े लोगों को अलग थलग करने की जरूरत है। इससे सरकार को व्यापार के लिए और रियायतें देने में मदद मिलेगी।
उन्होंने अक्टूबर और नवंबर के जीएसटी संग्रह को उत्साहवर्धक बताया। माल और सेवाकर का संग्रह नवंबर में 1.04 लाख करोड़ रुपये और इससे पहले महीने 1.05 लाख करोड़ रुपये था।
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