सऊदी अरब (Saudi Arab) में एक 34 वर्षीय महिला को ट्विटर (Twitter) के जरिये लोकतंत्र के हिमायतियों की पोस्ट रीट्वीट करना भारी पड़ा है. सऊदी अरब की कोर्ट ने उस महिला को 34 साल कैद और इतने ही वर्षों के यात्रा प्रतिबंध की सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने जिस महिला को यह सजा सुनाई है. उस महिला का नाम सलमा अल-शहाब (Salma al-Shehab) है. जो एक स्टूडेंट है और ब्रिटेन के लीड्स यूनिवर्सिटी (Leeds University) में पढ़ती है.
दरअसल सलमा अल-शहाब कॉलेज कीछुट्टी होने पर अपने घर सऊदी आई थी कि इसी दौरान उसने असंतुष्टों और एक्टिविस्ट्स को फॉलो किया और उनके ट्वीट को रिट्वीट भी किया. जिसके एवज में सलमा को 34 साल की जेल की सजा सुना दी गई. यह सजा सऊदी की स्पेशल टेररिस्ट कोर्ट (Saudi’s Special Terrorist Court) ने सुनाई है. यह भी पढ़े: Saudi Arabia: सऊदी अरब में एक दिन में 81 लोगों को मौत के घाट उतारा गया, आतंकवादी संगठनों से जुड़े थे अपराधी
Heartbreaking and enraging. Please read our latest on the Saudi woman given 34-year prison sentence for using Twitter https://t.co/FYmRUJX9qG
— Stephanie Kirchgaessner (@skirchy) August 16, 2022
बता दें कि सलमा पढ़ाई जरूर कर रही है. लेकिन वह शादीशुदा है और दो बच्चों की मां हैं. इनमें एक की उम्र 4 साल और दूसरे की 6 साल है. सलमा पर इससे पहले भी इंटरनेट वेबसाइट के उपयोग के लिए 3 साल की सजा हो चुकी है. उन पर सार्वजनिक अशांति पैदा करना और नागरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने का आरोप लगा है.