Saudi Arabia Joins BRICS: विश्व राजनीति में एक बड़े बदलाव के संकेत के साथ सऊदी अरब ने आधिकारिक रूप से ब्रिक्स (BRICS) समूह में प्रवेश कर लिया है. ब्रिक्स, जिसमें अब तक ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे, ने पिछले दिनों ही अपने विस्तार की घोषणा की थी, और इस विस्तार में सऊदी अरब के साथ ही संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, ईरान और इथियोपिया भी शामिल हैं.
सऊदी अरब का ब्रिक्स में प्रवेश वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में कई महत्वपूर्ण बदलावों का संकेत देता है. सबसे पहले, यह एक उभरते बहुध्रुवीय विश्व का प्रमाण है, जहां अमेरिका के बाद अन्य देश और क्षेत्रों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. ब्रिक्स समूह का विस्तार यह दर्शाता है कि विकासशील देश अब विश्व मामलों में अधिक सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं.
BREAKING: Saudi Arabia officially joins the BRICS
— The Spectator Index (@spectatorindex) January 31, 2024
दूसरा, सऊदी अरब का प्रवेश ब्रिक्स की आर्थिक शक्ति को और मजबूत करेगा. सऊदी अरब दुनिया का एक प्रमुख तेल उत्पादक देश है और उसके पास महत्वपूर्ण वित्तीय भंडार भी हैं. इसके अलावा, अन्य नए सदस्य भी ब्रिक्स को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएंगे. इससे ब्रिक्स का वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में प्रभाव और बढ़ेगा.
तीसरा, ब्रिक्स का विस्तार वैश्विक सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है. ब्रिक्स के सदस्य देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए लगातार मांग करते रहे हैं. अब, ब्रिक्स का विस्तार होने से इस मांग को और बल मिलेगा. इसके अलावा, ब्रिक्स के सदस्य देश वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर अधिक सहयोग कर सकते हैं, जिससे विश्व में शांति और स्थिरता को बढ़ावा मिल सकता है.