Russia-Ukraine War: यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु प्लांट पर भारी बमबारी, धमाका हुआ तो चेरनोबिल से 10 गुना ज्यादा होगा नुकसान
(Photo Credit Pixabay/Twitter)

Russia-Ukraine War, 4 मार्च: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले आठ दिनों से जारी जंग अब थमने का नाम नहीं ले रही है. दोनों देशों के बीच जंग का आज 9वां दिन है. यूक्रेन के सरकारी अधिकारी ने बताया कि रूस ने एनरहोदर शहर पर हमला कर दिया है, जिसके बाद यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र से धुआं दिखाई दे रहा है. यूक्रेन के विदेश मामलों के मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने बताया कि रूसी सेना यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र, जपोरिजिया एनपीपी (Zaporizhzhia NPP) पर हर तरफ से गोलीबारी कर रही है. इस संयंत्र में आग पहले ही लग चुकी है और अगर इसमें धमाका हुआ तो यह चेरनोबिल (Chernobyl Nuclear Power Plant) से 10 गुना बड़ा होगा. Russia-Ukraine: रूस और यूक्रेन ने तीसरे दौर की वार्ता जल्द होने की उम्मीद जतायी

Zaporizhzhya पावर प्लांट पर बमबारी के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की है. बता दें कि जहां हमला हुआ है वहां से न्यूक्लियर्स रिएक्टर्स काफी पास हैं. इसके साथ दोनों के बीच सैन्य, आर्थिक व मानवीय सहायता पर भी बात हुई है.

एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक जपोरिजिया परमाणु संयंत्र की साइट के पास रेडिएशन के ऊंचे स्तर का पता चला है. यूक्रेन में कुल बिजली उत्पादन का 40 फीसदी उत्पादन इस प्लांट से होता है. यूक्रेन में Zaporizhzhia Oblast के उत्तर-पश्चिमी भाग में एनरहोदर  एक शहर और नगरपालिका है. Enerhodar, Nikopol और Chervonohryhorivka के सामने, Kakhovka जलाशय के पास नीपर नदी के बाएं किनारे पर स्थित है.  बता दें कि यूक्रेन में Zaporizhzhia परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 6 रिएक्टर हैं, जो पूरे यूरोप में सबसे बड़ा और पृथ्वी पर 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर माना जाता है.

अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया है कि रूस यूक्रेन युद्ध के पहले सप्ताह में यूक्रेन पर दागी गई 480 मिसाइलों में से 70 बेलारूस से लॉन्च की गई थीं. इनमें से 230 मिसाइलें रूस से यूक्रेन लाए गए मोबाइल लॉन्चरों से लॉन्च की गईं, जबकि 160 रूस से और 10 मिसाइलों को काला सागर में रूसी नौसैनिक जहाजों से लॉन्च किया गया.

चेरनेबिल पावर प्लांट हादसा

चेरनेबिल पावर प्लांट में अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भीषण परमाणु दुर्घटना हुई थी, जब चेर्नोबिल में चौथे रिएक्टर में विस्फोट के बाद पूरे यूरोप में रेडियोधर्मी विकिरण फैल गया था. यह संयंत्र कीव के उत्तर में 130 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. पावर प्लांट में हुई घटना के चलते करीब 1.25 लाख लोग मारे गए. यहां रहने वाले जीव-जंतु पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. रेडिएशन की चपेट में आने की वजह से हजारों की संख्या में लोगों को कैंसर हो गया, जो उनकी मौत की वजह बना.