पाकिस्तान में नाबालिग हिंदू लड़की के धर्मांतरण का विरोध जारी, लंदन में PAK हाईकमीशन के बाहर प्रदर्शन
महक के लिए उठी इंसाफ की मांग ( फोटो क्रेडिट- ANI )

पाकिस्तान से हर महीने अल्पसंख्यक (हिंदू और सिख) लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाएं सामने आती ही रहती हैं. एक ऐसी ही लड़की महक को इंसाफ दिलाने की मांग अब तेज हो गई है. लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन कर भारतीय समुदाय के लोगों और मानवाधिकार से जुड़े कार्यकर्ताओं ने महक के लिए न्याय की मांग की है. 15 से 16 साल की महक के घरवालों का कहना है कि उनकी बेटी का अपहरण 15 जनवरी को जैकोबाबाद से किया गया था. परिवार का कहना है कि एक मुस्लिम समुदाय के प्रभावशाली व्यक्ति ने उसका अपहरण कर कर धर्मांतरण करा दिया. उसे शिकारपुर के दरगाह अमरोत शरीफ में इस्लाम धर्म कबूल कराकर उसकी अली रजा सोलंगी नाम के आदमी से निकाह करा दिया गया.

जिसके बाद विरोध की आग पाकिस्तान में आवाज उठने लगी. बता दें कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों की लड़कियों के जबरन धर्मातरण के खिलाफ रविवार को कराची प्रेस क्लब के सामने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया था कि पुलिस आरोपियों को पकड़ने के बजाए प्रदर्शन करने वाले हिंदुओं को ही राष्ट्र विरोध गतिविधियों के झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार कर रही है. यह भी पढ़ें:- पाकिस्तान का झूठा चेहरा फिर हुआ बेनकाब, बहावलपुर के एक बम प्रूफ घर में छिपकर बैठा है 'लापता' आतंकी मसूद अजहर, इंटेलिजेंस रिपोर्ट.

गौरतलब हो कि पिछले साल पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक दबंग मुस्लिम शख्स द्वारा एक हिन्दू लड़की नैना का अपहरण कर लिया. अपहरण करने वाले लड़की को कराची लेकर गए और उससे शादी करके उसे इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया. उसका नाम बदलकर नूर फातिमा कर दिया गया. संदिग्धों ने उसके विवाह और इस्लाम अपनाने के बारे में सोशल मीडिया पर अपलोड किया था. जिसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय में आक्रोश फैल गया था.