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COVID-19: चीन में कोरोना के हालात को लेकर दुनियाभर में टेंशन, कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं

अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन चीन (China) के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात की चिंता भी है कि वह ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में कहीं भी संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं.

विदेश Bhasha|
COVID-19: चीन में कोरोना के हालात को लेकर दुनियाभर में टेंशन, कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं
(Photo Credit Twitter/shubhamrai80)

COVID-19: अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन चीन (China) के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात की चिंता भी है कि वह ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में कहीं भी संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं. अमेरिका ने बुधवार को घोषणा की कि चीन से आने वाले यात्रियों के लिए जांच में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि होना जरूरी है.  BREAKING: सिद्धू मूसेवाला के घर फिर गूंजी किलकारी, मां चरण कौर ने दिया बेटे को जन्म, देखें पहली तस्वीर

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COVID-19: चीन में कोरोना के हालात को लेकर दुनियाभर में टेंशन, कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं

अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन चीन (China) के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात की चिंता भी है कि वह ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में कहीं भी संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं.

विदेश Bhasha|
COVID-19: चीन में कोरोना के हालात को लेकर दुनियाभर में टेंशन, कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं
(Photo Credit Twitter/shubhamrai80)

COVID-19: अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन चीन (China) के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात की चिंता भी है कि वह ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में कहीं भी संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं. अमेरिका ने बुधवार को घोषणा की कि चीन से आने वाले यात्रियों के लिए जांच में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि होना जरूरी है. Corona Wave: जनवरी में कोरोना की चौथी लहर! अगले 40 दिन मुश्किल, इन यात्रियों के लिए RTPCR टेस्ट जरूरी कर सकती है सरकार. 

अमेरिका ने संक्रमण के मामले बढ़ने और वायरस के स्वरूपों के संबंध में जीनोम अनुक्रमण समेत अन्य जानकारी नहीं होने का हवाला दिया है. जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी इस सप्ताह की शुरुआत में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच को अनिवार्य करने की घोषणा की थी और इस बारे में अधिक जानकारी नहीं होने पर चिंता जताई थी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने हाल में कहा था कि संगठन को चीन में संक्रमण के मामलों की गंभीरता को लेकर और विशेष रूप से वहां अस्पतालों तथा आईसीयू में रोगियों के भर्ती होने के संबंध में और अधिक जानकारी चाहिए होगी ताकि जमीनी स्थिति के समग्र जोखिम का आकलन किया जा सके.

हडसन इंस्टीट्यूट नामक संस्थान में चीनी केंद्र के निदेशक माइल्स यू ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जो संशय और आक्रोश है, उसका चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सख्त पाबंदियों में अचानक ढील के फैसले से सीधा संबंध है. यू ने एक ईमेल में कहा, ‘‘आप इतने लंबे समय तक शून्य-कोविड लॉकडाउन की बेवकूफी नहीं कर सकते जो विफल साबित हुआ हो और फिर अचानक से तालाबंद चीन से संक्रमितों की भीड़ को बाहर निकलने के लिए आजाद करके दूसरे देशों में लाखों लोगों को संक्रमण के जोखिम में डाल दिया गया.’’

भारत, दक्षिण कोरिया, ताइवान और इटली ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए अनेक जांच संबंधी आवश्यकताओं की घोषणा की है. जर्मनी के स्वास्थ्य अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं लेकिन उन्होंने अभी इस तरह के कदम नहीं उठाये हैं. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पिछले सप्ताह कहा था कि चीन ने हमेशा जिम्मेदाराना तरीके से डब्ल्यूएचओ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सूचनाओं को साझा किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘हम कोविड की चुनौती से और अधिक प्रभावी तरीके से निपटने, लोगों के जीवन तथा सेहत की बेहतर तरीके से रक्षा करने, मिलकर सतत आर्थिक विकास कायम रखने और सभी के लिए वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ एकजुटता से काम करने को तैयार हैं.’’ हालांकि, माओ के सहकर्मी वांग वेनबिन ने बुधवार को चीन के नये कदमों पर विदेशी मीडिया में आलोचनात्मक खबरों पर नाराजगी जताई. उन्होंने मंत्रालय की दैनिक ब्रीफिंग में कहा, ‘‘इस तरह की बयानबाजी पूर्वाग्रह से ग्रस्त, चीन को बदनाम करने वाली और राजनीति से प्रेरित है.’’

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COVID-19: चीन में कोरोना के हालात को लेकर दुनियाभर में टेंशन, कम जानकारी होने से वैश्विक चिंताएं बढ़ीं
(Photo Credit Twitter/shubhamrai80)

COVID-19: अभी तक वायरस के किसी नये स्वरूप की कोई जानकारी नहीं है. लेकिन चीन (China) के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए इस बात की चिंता भी है कि वह ऐसे उभरते स्वरूपों के किसी भी संकेत पर जानकारी साझा नहीं करेगा जिनसे दुनिया में कहीं भी संक्रमण के अत्यधिक मामले आ सकते हैं. अमेरिका ने बुधवार को घोषणा की कि चीन से आने वाले यात्रियों के लिए जांच में संक्रमण नहीं होने की पुष्टि होना जरूरी है. Corona Wave: जनवरी में कोरोना की चौथी लहर! अगले 40 दिन मुश्किल, इन यात्रियों के लिए RTPCR टेस्ट जरूरी कर सकती है सरकार. 

अमेरिका ने संक्रमण के मामले बढ़ने और वायरस के स्वरूपों के संबंध में जीनोम अनुक्रमण समेत अन्य जानकारी नहीं होने का हवाला दिया है. जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भी इस सप्ताह की शुरुआत में चीन से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच को अनिवार्य करने की घोषणा की थी और इस बारे में अधिक जानकारी नहीं होने पर चिंता जताई थी.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस ने हाल में कहा था कि संगठन को चीन में संक्रमण के मामलों की गंभीरता को लेकर और विशेष रूप से वहां अस्पतालों तथा आईसीयू में रोगियों के भर्ती होने के संबंध में और अधिक जानकारी चाहिए होगी ताकि जमीनी स्थिति के समग्र जोखिम का आकलन किया जा सके.

हडसन इंस्टीट्यूट नामक संस्थान में चीनी केंद्र के निदेशक माइल्स यू ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जो संशय और आक्रोश है, उसका चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के सख्त पाबंदियों में अचानक ढील के फैसले से सीधा संबंध है. यू ने एक ईमेल में कहा, ‘‘आप इतने लंबे समय तक शून्य-कोविड लॉकडाउन की बेवकूफी नहीं कर सकते जो विफल साबित हुआ हो और फिर अचानक से तालाबंद चीन से संक्रमितों की भीड़ को बाहर निकलने के लिए आजाद करके दूसरे देशों में लाखों लोगों को संक्रमण के जोखिम में डाल दिया गया.’’

भारत, दक्षिण कोरिया, ताइवान और इटली ने भी चीन से आने वाले यात्रियों के लिए अनेक जांच संबंधी आवश्यकताओं की घोषणा की है. जर्मनी के स्वास्थ्य अधिकारी हालात पर नजर रख रहे हैं लेकिन उन्होंने अभी इस तरह के कदम नहीं उठाये हैं. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने पिछले सप्ताह कहा था कि चीन ने हमेशा जिम्मेदाराना तरीके से डब्ल्यूएचओ और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सूचनाओं को साझा किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘हम कोविड की चुनौती से और अधिक प्रभावी तरीके से निपटने, लोगों के जीवन तथा सेहत की बेहतर तरीके से रक्षा करने, मिलकर सतत आर्थिक विकास कायम रखने और सभी के लिए वैश्विक स्वास्थ्य समुदाय बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ एकजुटता से काम करने को तैयार हैं.’’ हालांकि, माओ के सहकर्मी वांग वेनबिन ने बुधवार को चीन के नये कदमों पर विदेशी मीडिया में आलोचनात्मक खबरों पर नाराजगी जताई. उन्होंने मंत्रालय की दैनिक ब्रीफिंग में कहा, ‘‘इस तरह की बयानबाजी पूर्वाग्रह से ग्रस्त, चीन को बदनाम करने वाली और राजनीति से प्रेरित है.’’

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