अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ फोन पर बात की. इसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) को भी कॉल किया. इस बात की जानकारी खुद ट्रंप ने ट्वीट करके दी है. ट्रंप के मुताबिक उन्होंने दोनों देशों को जम्मू-कश्मीर में तनाव कम करने की हिदायत दी है. पीएम मोदी के साथ ट्रंप की करीब 30 मिनट की बातचीत हुई. अपनी बातचीत के बारे में ट्विटर पर ट्रंप ने लिखा कि उन्होंने भारत पाकिस्तान से कश्मीर में तनाव कम करने को लेकर बात की. जानकारी के अनुसार फोन पीएम मोदी और ट्रंप के बीच आतंकवाद, द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मसलों को लेकर बातचीत हुई.
ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा, 'अपने दो अच्छे दोस्तों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खाने के साथ बातचीत की. दोनों से व्यापार, रणनीतिक साझेदारी और सबसे महत्वपूर्ण भारत और पाकिस्तान को कश्मीर में तनाव को कम करने की दिशा में काम करने को लेकर बात हुई. परिस्थितियां कठिन हैं लेकिन अच्छी बातचीत होनी चाहिए.'
परिस्थितियां कठिन, लेकिन अच्छी बातचीत होनी चाहिए-
Spoke to my two good friends, Prime Minister Modi of India, and Prime Minister Khan of Pakistan, regarding Trade, Strategic Partnerships and, most importantly, for India and Pakistan to work towards reducing tensions in Kashmir. A tough situation, but good conversations!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 19, 2019
सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत हुई. पीएम मोदी ने बातचीत में आतंकवाद का भी मुद्दा उठाया. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के भारत विरोधी बयानों का परोक्ष रूप से जिक्र किया. पीएम मोदी ने इस बातचीत में कहा कि भारत के खिलाफ हिंसा के लिए इस तरह भड़काना शांति के लिए ठीक नहीं है.
पीएम नरेंद्र मोदी से बात के बाद ट्रंप ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान से बात की और उन्हें कश्मीर के मुद्दे पर संयम बरतने की नसीहत दी है. ट्रंप ने इमरान से तनाव बढ़ाने से रोकने और ऐसी स्थिति से बचने की सलाह दी. पीएम मोदी और ट्रंप के बीच की बातचीत काफी गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण तरीके से हुई जो दोनों नेताओं के बीच के संबंधों को जाहिर करती है. प्रधानमंत्री ने अपनी इस बातचीत में इसी साल जून में जापान के ओसाकामें हुए जी -20 शिखर सम्मेलन में हुई अपनी बैठक को भी याद किया.