ब्रिटेन (Britain) के बाद जर्मनी (Germany) ने भी अपने नागरिकों को जम्मू एवं कश्मीर (Jammu and Kashmir) की यात्रा न करने के लिए एक यात्रा परामर्श जारी किया है और कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) या अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) मार्ग से लगे इलाकों में रुके लोगों से राज्य छोड़ने के लिए कहा है. जर्मनी ने कहा है, "कश्मीर यात्रा की सख्त मनाही." परामर्श में कहा गया है, "जम्मू एवं कश्मीर राज्य में हाल के दशकों में और हाल के दिनों में बम हमले हुए हैं, जिसमें कई लोग मारे जा चुके हैं." परामर्श में कहा गया है, "पूरे क्षेत्र में विदेशियों के खिलाफ हमलों से इंकार नहीं किया जा सकता, जिसमें अपहरण की घटना भी शामिल हो सकती है." परामर्श में आगे कहा गया है कि श्रीनगर सहित कश्मीर इलाके में यात्रा की सलाह नहीं दी जाती है.
जर्मनी ने परामर्श में कहा है, "जम्मू एवं कश्मीर राज्य में हिंसक आतंकी घटनाएं और प्रदर्शनकारियों व पुलिस या सेना के बीच अचानक संघर्ष की घटनाएं हो रही हैं. सितंबर 2016 से अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर भारतीय और पाकिस्तानी सैनिकों तथा विभिन्न अलगाववादी समूहों के बीच फिर से सशस्त्र संघर्ष शुरू हो गए हैं." परामर्श में जर्मनी ने अपने नागरिकों से कहा है कि हमेशा स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के निर्देशों का अनुसरण करें. यह भी पढ़ें- साध्वी प्राची का दावा- हिंदुस्तान में कुछ बड़ा होने वाला है
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने की सलाह दी है, क्योंकि ताजा खुफिया जानकारी के अनुसार वहां आतंकी खतरे पैदा हो गए हैं. इसके पहले ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों को जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा न करने के लिए एक परामर्श जारी किया, जिसमें जम्मू शहर और लद्दाख को छोड़ कर बाकी राज्य के अन्य हिस्सों की यात्रा न करने के लिए चेताया गया है.