अपनी मौत देख कांप गया था लोगों की क्रूरता से हत्या करने वाला बगदादी, रोते-गिड़गिड़ाते मांग रहा था रहम की भीख, ऐसे हुआ अंत
अबु बक्र अल-बगदादी ( फोटो क्रेडिट- IANS )

अमेरिकी सेना ने ISIS के सरगना अबु बक्र अल-बगदादी (ISIS leader Abu Bakr-al Baghdadi) को मार गिराया. सीरिया के उत्तर पश्चिम इलाके (Northwest Syria ) में अमेरिकी सैनिकों ने उसका खात्मा कर दिया. जब अमेरिकी सैनिक (American Troops) इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दे रहे थे तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( President Donald Trump) अपने अधिकारियों के साथ बैठकर इसे लाइव देख रहे थे. ऑपरेशन के दौरान जब बगदादी खुद को सैनिकों से घिरा पाया तो एक सुरंग के भीतर जा घुसा था. लेकिन उसके पीछे अमेरिकी सेना के खूंखार कुत्ते लगे हुए थे. मौत को करीब से देखने के बाद अबु बक्र अल-बगदादी तेजी से भाग रहा था और जोर-जोर से चिल्ला रहा था.

अबु बक्र अल-बगदादी को जो दूसरों को मौत की सजा देता था उसे अपनी मौत के डर ने कंपा दिया था. अबु बक्र अल-बगदादी ने खुद को आत्मघाती जैकेट में विस्फोट करके उड़ा दिया. इसके बाद उसके कई चीथड़े उड़ हो गए. जिस बदमाश ने दूसरों को डराने-धमकाने की इतनी कोशिश की, उसने अपने अंतिम क्षणों को पूरी तरह से भय और अमेरिकी बलों के खौफ में बिताया. इस ऑपरेशन में एक भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ, लेकिन बगदादी के कई समर्थक मारे गए और कई को पकड़ लिया गया है. बगदादी के खात्मे को अमेरिका एक बड़ी उपलब्धी मान रहा है.

गौरतलब हो कि रविवार सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा था कि कुछ बड़ी घटना हुई है. इसके बाद से ही इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि कोई बड़ा मामला सामने आने वाला है. बता दें कि अबू बक्र अल-बगदादी को पहली बार इसी साल अप्रैल महीनें में देखा गया था जब उसने अपना एक वीडियो जारी किया था. बगदादी की मौत को राष्ट्रपति ट्रंप के लिये बड़ी राजनीतिक जीत माना जा रहा है, जो विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से महाभियोग की प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं.

बगदादी इराक में अल-कायदा में शामिल हो गया था, जिसका बाद में इराक के इस्लामिक स्टेट और अन्य इस्लामी समूहों के साथ विलय हो गया. वह अमेरिकी सेना द्वारा अपने पूर्ववर्ती के मारे जाने के बाद 2010 में समूह का नेता बन गया. इसके बाद उसने 2013 में समूह का नाम बदलकर आईएसआईएल या आईएसआईएस किया और 2014 में खुद को उसका खलीफा घोषित कर लिया था.