Asteroid News: नासा ने खुलासा किया है कि आज, 8 दिसंबर को एक क्षुद्रग्रह के पृथ्वी से बहुत करीब से गुजरने की उम्मीद है. नासा अपने उपग्रहों और अंतरिक्ष और जमीन-आधारित दूरबीनों से इस उल्कापिंड पर नजर रख रहा है. क्षुद्रग्रह 2023 WG के 6.7 मिलियन किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी से गुजरने की उम्मीद है. इसका आकार एक पुलिस के बराबर है.
जब कोई एस्ट्रोयड पृथ्वी के 80 लाख किलोमीटर के क्षेत्र में आता है, तब नासा अलर्ट जारी करती है. बता दें, एस्ट्रोयड के बारे में अध्ययन कर वैज्ञानिक ग्रहों और सौरमंडल के बनने के समय मौजूद स्थितियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करते हैं. First Laser Message From Space: पृथ्वी को अंतरिक्ष से पहली बार मिला लेजर मैसेज, 16 मिलियन KM दूर से आया संदेश, 50 सेकेंड में हुआ रिसीव
नासा का कहना है कि बृहस्पति के विशाल गुरुत्वाकर्षण और कभी-कभी मंगल जैसे ग्रहों या अन्य वस्तुओं के साथ निकटता से क्षुद्रग्रहों की कक्षाएं बदली जा सकती हैं. ये आकस्मिक मुठभेड़ क्षुद्रग्रहों को मुख्य बेल्ट से बाहर गिरा सकती हैं और उन्हें अन्य ग्रहों की कक्षाओं में सभी दिशाओं में अंतरिक्ष में फेंक सकती हैं.
— Shubham Rai (@shubhamrai80) December 8, 2023
अगर टकरा जाए तो क्या होगा?
क्षुद्रग्रह काफी भारी पत्थर जैसे होते हैं और तेज रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ते हैं. ये जिस जगह पृथ्वी से टकराते हैं, वहां काफी नुकसान होता है. जब ये पृथ्वी के निकट आते हैं तो हाई स्पीड और डेंस एयर की वजह से जल जाते हैं और वातावरण में ही जल जाते हैं. अगर ये 25 मीटर से छोटा है तो इसका ज्यादा खतरा नहीं होता है और यह पृथ्वी की सतह तक आ सकता है.
धरती पर ला सकता है तबाही
अगर एस्टेरॉइड की साइड 25 मीटर से ज्यादा और एक किलोमीटर से कम है तो गिरने वाले स्थान के आस-पास तबाही कर सकता है. ज्यादा बड़ा है तो उसका ज्यादा नुकसान होगा. इसका मतलब ये नहीं है कि ये पृथ्वी को खत्म कर देगा.