Fact Check: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण का सबसे ज्यादा प्रभाव महाराष्ट्र (Maharashtra) में देखा जा रहा है. लॉकडाउन (Lockdown) के तीसरे चरण की शुरुआत के साथ ही जब महाराष्ट्र में शराब की दुकानों (Liquor Shops) को खोलने का फैसला किया गया तो शराब के ठेके के बाहर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. महाराष्ट्र में शराब की दुकानों पर न सिर्फ लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली, बल्कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) की भी लोग जमकर धज्जियां उड़ाते नजर आए, जिसके बाद राज्य सरकार (Maharashtra Government) ने फैसला किया कि मुंबई समेत सोलापुर, औरंगाबाद, जालना, बुलढ़ाणा और अमरावती जिलों में शराब की दुकानें बंद रहेंगी. यहां शराब की बढ़ती मांग को देखते हुए अब धोखाधड़ी करने वालों का गिरोह लोगों को ठगने के लिए इसे हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा है.
घोटालेबाज एक वाइन शॉप लिस्टिंग पर अपना नंबर डाल रहे हैं और ग्राहकों से ऑनलाइन पेमेंट ऐप से शराब की आधी रकम भेजने के लिए कह रहे हैं. पेमेंट रिसीव होने के बाद रिफंड के किसी भी विकल्प के बगैर ही नंबर डिस्कनेक्ट हो जाता है. हम धोखेबाजों के इस पैंतरे को विस्तार से बताते हैं, ताकि आप उनके झांसे में आने से बच सकें. यह भी पढ़ें: Fact Check: विदेश में फंसे भारतीयों के लिए RESCUE FLIGHTS FROM INDIA नाम से एक गूगल फॉर्म हुआ वायरल, PIB ने बताई इस WhatsApp मैसेज की सच्चाई
दरअसल, कोरोना संकट और लॉकडाउन की स्थिति में कई सारे रिपोर्ट्स शराब की ऑनलाइन डिलीवरी का दावा कर रही हैं, लेकिन सभी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. जालसाज फिलहाल मुंबई और नवी मुंबई में लोगों को निशाना बना रहे हैं. पिछले महीने नागपुर से इसी तरह की घटना सामने आई थी, जब घर पर शराब की डिलीवरी का दावा करने वाली एक फेक खबर सुर्खियों में थी. नागपुर सिटी पुलिस ने दावे का भंडाफोड़ करते हुए लोगों से ऐसे साइबर क्राइम से सतर्क रहने का आग्रह किया. धोखेबाजों ने नंबर और वेबसाइट शेयर करके लोगों को घर पर रहकर शराब का ऑर्डर करने के लिए कह रहे थे.
लोगों को ठगने के लिए कर रहे हैं इस प्रक्रिया का इस्तेमाल
- ग्राहक गूगल पर उपलब्ध नंबर से वाइन शॉप पर कॉल करता है.
- दूसरी तरफ का शख्स शराब बेचने वाला होने का दावा करता है और आपको आधी रकम ऑनलाइन ट्रांसफर करने के लिए कहता है.
- आधी रकम भेजने के बाद आपके पास एक क्यूआर कोड आता है, जिसे आपको स्कैन करना होता है और डिलीवरी चार्ज देना होता है, जो लगभग 40 रुपए हो सकता है.
- जब आप क्यूआर कोड स्कैन करते हैं तो आपको अधिक राशि का भुगतान करने के लिए कहा जाता है. इस बीच कॉलर को यह आश्वासन दिया जाता है कि यह सिर्फ 40 रुपए है.
- अकाउंट से पैसे कटने के बाद जब आप ई-रिफंड मांगते हैं तो कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया जाता है. यह भी पढ़ें: बेंगलुरु: शराब की दुकानें खुलते ही खूब हुई अल्कोहल की बिक्री, 52 हजार और 95 हजार रुपए वाले बिल सोशल मीडिया पर वायरल, यूजर्स भी हुए हैरान
ऐसे ठगों का शिकार आप न बन सकें, इसलिए इसकी पुष्टि करना बेहद आवश्यक है कि आपने जो राशि दर्ज की है वह सही है या नहीं. राज्य सरकार ने ऐलान किया था कि कोविड-19 नॉन कंटेनमेंट जोन्स में 4 मई से गैर-आवश्यक वस्तुओं के साथ शराब की दुकानें भी खोली जाएंगी. हालांकि दुकानों के बाहर लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए राज्य सरकार ने अपने फैसले को वापस लेते हुए शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दे दिया.
गौरतलब है कि अब तक मुंबई महानगर क्षेत्र में शराब की होम डिलीवरी के बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है, इसलिए हम पने पाठकों से निवेदन करते हैं कि किसी भी विज्ञापन या समाचार पर भरोसा करने से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि कर लें.
Fact check
मुंबई और नवी मुंबई में हो रही है शराब की होम डिलीवरी
इस तरह के कॉल धोखाधड़ी वाले हैं और लोगों को ठगने की एक तकनीक है.