GirlsDoPorn.com वेबसाइट हुई ऑफलाइन, ये है वजह
प्रतीकात्मक तस्वीर: (Photo Credit: File Photo)

लड़कियों की मुख्य पोर्न वेबसाइट Girls Do Porn पोर्न प्रोडक्शन कंपनी है, जो फेडरल सेक्स ट्रेफिकिंग आरोपों का सामना कर रही है. आख़िरकार इस वेबसाइट को बंद कर दिया गया है, ये फैसला सिविल कोर्ट द्वारा किया गया, जब वेबसाइट का मालिक महिलाओं को कैमरे पर सेक्स करने के लिए मजबूर करने का दोषी पाया गया और इन पूरे वीडियो को इंटरनेट पर शेयर करने की बात से भी इनकार किया. वेबसाइट के मालिक पर 22 महिलाओं ने केस किया था, उन महिलाओं के वकीलों ने दावा किया है कि ऐसी सैकड़ों महिलाएं हैं, जिनसे उन्होंने मुलाक़ात की और उनसे जाना कि ये महिलाएं भी Girls Do Porn videos में दिखाई दी और वहीं समस्या को एक्सपीरिएन्स किया.

एडल्ट इंडस्ट्री ब्लॉग माइक साउथ (Mike South) ने पहली बार देखा कि यह साइट रविवार को डाउन थी, लेकिन isitdownrightnow.com के अनुसार girlsdoporn.com को कम से कम एक हफ्ते के लिए डाउन कर दिया गया है. अभियोंगो ने दावा किया है कि माइकल प्रैट (Michael Pratt) के स्वामित्व और उनके द्वारा चलाई जानेवाली Girls Do Porn वेबसाइट के पोर्न वीडियो में लड़कियों को काम करने के लिए बरगलाया गया और कहा गया कि ये पोर्न फिल्में ऑनलाइन कभी नहीं आएंगी, लेकिन वीडियो तुरंत ही फ्री ट्यूब साइट्स और Girls Do Porn वेबसाइट पर फैला दिया गया. girlsdoporn.com ने फुल वीडियो देखने के लिए सब्सक्रिप्शन बेच दी थी. यह भी पढ़ें: GirlsDoPorn.com पर बिना सहमति के XXX वीडियो अपलोड करने का मामला, 22 महिलाओं ने जीता केस, मिली 13 मिलियन डॉलर की धनराशि

अक्टूबर में सिविल ट्रायल के बीच में गर्ल्स डू पोर्न के मालिक और उसके कई संचालकों और कर्मचारि पयोंर यौन तस्करी के कई चार्जेस लगाए गए. प्रैट को फिलहाल भगोड़ा घोषित कर दिया गया है, वो अब कहां है इसका पता किसी को नहीं है. पिछले महीने प्रैट के भाइयों पर लड़कियों की पोर्न में फेडरल जांच में बाधा डालने का आरोप लगाया गया था, उन्होंने प्रैट के पूर्व घर से कंप्यूटर उपकरण को स्थानांतरित करने में मदद की थी.

इस बात का अब तक पता नहीं चल पाया है कि वेबसाइट क्यों डाउन कर दी गई है, कोर्ट द्वारा भी इस वेबसाइट को जब्त करने की कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है. उदहारण के लिए जब Backpage.com वेबसाइट को जब्त किया गया था, तब पेज पर एक नोटिस लिखा हुआ दिखाई देता था कि ये वेबसाइट जांच के दायरे में है, इसलिए इसे डाउन कर दिया गया है. एफबीआई ने इस मामले पर कोई भी कमेंट करने से इनकार कर दिया है.