बुधवार को करें बुद्धि के देवता श्री गणेश जी को प्रसन्न! आपके खुशहाल जीवन से जुड़ेंगी ये आठ खुशियां!
भगवान श्री गणेश ((Photo Credits: File Image))

सनातन धर्म में श्रीगणेश सबसे पहले पूजे जाने वाले देवता हैं. उनके तमाम नामों में एक नाम विघ्नहर्ता भी है, जिसका अर्थ है सारी बाधाओं को दूर करनेवाले. उनकी प्रतीकात्मक छवि में धड़ के ऊपर हाथी का सिर और सूंढ़ एवं बड़े-बड़े कान हैं. चूहा उऩका प्रिय वाहन है और प्रिय प्रसाद है लड्डू. हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य अथवा देवी-देवता की पूजा से पूर्व श्रीगणेश जी की पूजा का विधान है. मान्यता है कि बिना गणेशजी की पूजा किये भक्त की कोई भी मनोकामना पूरी नहीं होती. धर्म कथाओं में तो वर्णित है कि भगवान शिव और माता पार्वती को भी तपस्या से पूर्व गणेश जी की पूजा करनी पड़ी थी. ज्योतिष शास्त्र में मान्यता है कि गणेश जी की पूजा सच्चे मन से की जाये तो वे भक्त को निराश नहीं करते. यहां भगवान श्रीगणेश जी की पूजा से मिलने वाले 8 लाभों का वर्णन किया गया है.

* समृद्धि (prosperity)

हर व्यक्ति अपने जीवन में स्वस्थ और समृद्धि चाहता है. भगवान गणेश जी की पूजा किसी न किसी तरह की सफलता हासिल करने के लिए करते हैं. गणेश जी का ध्यान करने के बाद आप महसूस करते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प और दृढ़ एवं ऊंचा हो जाता है.

* सौभाग्य (Good luck)

हिंदू धर्म की मान्यतानुसार भगवान श्रीगणेश अपने भक्तों को अच्छे भाग्य और धन के साथ आशीर्वाद देने के लिए भी जाने जाते हैं. यदि आप सच्ची आस्था एवं समर्पित रूप से श्रीगणेश जी की पूजा करेंगे, तो निश्चित रूप से आप सुभाग्य प्राप्त करते हैं, और गणपति बप्पा के दरबार से आप कभी खाली हाथ वापस नहीं लौटते. आपके लिए अपने जीवन में प्रचुर मात्रा में धन और शक्ति की दिशा में काम करना आसान हो जाता है.

* बुद्धि (wisdom)

भगवान श्री गणेश के धड़ के ऊपर स्थित हाथी का सिर ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. इसलिए, यदि आप भगवान गणेश की पूरे विधि-विधान के साथ करते हैं, उन्हें उनकी प्रिय चीजें मसलन दूर्वा, लड्डू अथवा मोदक, पीले या लाल फूल, रोली, अक्षत एवं इत्र आदि अर्पित करते हैं तो आपको मनचाहे ज्ञान की प्राप्त हो सकती है. यह भी पढ़ें : Sankashti Chaturthi 2021: कब है संकष्टी चतुर्थी? जानें व्रत का महात्म्य, पूजा-विधान, मुहूर्त एवं क्या है विशेष संयोग?

* सभी बाधाओं को हरने वाले (remover of all obstacles)

भगवान श्रीगणेश को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है. अगर आपके हर कार्य में विघ्न-बाधाएं आ रही हैं और आपका कोई भी कार्य सफल नहीं हो पा रहा है तो पूरे विश्वास के साथ भगवान श्रीगणेश की पूजा करें. ऐसा करने से आपके कार्यों में आनेवाली सारी बाधाएं खत्म हो जाती हैं. इसके बाद तो आप बड़े साहस और समर्पण के साथ अपने कार्य को अंजाम देते हैं.

* आप धैर्यवान बनते हैं (you become patient)

शिव पुराण के अनुसार भगवान गणेश के शरीर के हर अंगों की कुछ खासियत होती है. इसी का उदाहरण है उनका सूंप जैसा बड़ा कान. जो उनके धैर्यवान श्रोता का प्रतीक माना जाता है. आप जब उनकी पूजा करते हैं और अपनी आंतरिक शक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप स्वयं में उसी स्तर का धैर्य महसूस करते हैं.

* आप ज्ञानी बन जाते हैं (You will become knowledgeable)

आप जब गणेशजी की पूजा करते हैं तो उसी के अनुरूप स्वयं में परिवर्तन महसूस करने लगते हैं. आप महसूस करते हैं कि आपके भीतर ज्ञान का दीप प्रज्जवलित हो रहा है.

* आपकी आत्मा शुद्ध हो जाएगी (Your soul will be purified)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो भी भक्त भगवान श्रीगणेश जी की अत्यधिक समर्पण के साथ पूजा-अर्चना करता है, उसकी आत्मा शुद्ध हो जाती है. उसके जीवन से नकारात्मकता दूर होती जाती है, इसके पश्चात आप खुद की आत्मा को शुद्ध महसूस करते हैं.

8. आपका जीवन शांतिपूर्ण रहेगा (You will have a peaceful life)

भगवान श्रीगणेश जी की पूजा करते हैं, तो आपको अपने लक्ष्य की प्राप्ति के प्रति जिम्मेदारी का अहसास होने लगता है. आपका जीवन व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से शांतिपूर्ण हो जाता है.