वैसे तो मकर संक्रांति हर साल सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के अवसर पर 14 जनवरी को ही परंपरानुसार मनाया जाता रहा है. लेकिन पिछले कुछ साल से मकर संक्रांति (Makar Sankranti) की तिथि और पुण्यकाल को लेकर उलझन की स्थिति बनने लगी है, ठीक उसी तरह का उलझन जैसे की इस बार लोग सोच रहे हैं कि 14 जनवरी या फिर 15 जनवरी को संक्राति का त्योहार मनाया जाए. वैसे मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी को मनाना सबसे अच्छा होगा. इस बार 14 जनवरी के दिन सूर्य (Surya) मकर राशि में शाम के वक्त प्रवेश कर रहे हैं. जिसके अनुसार सूर्योदय के अनुसार सूर्य 15 जनवरी को प्रातः मकर राशि में होंगे.
मकर संक्रांति मनाने का शुभ मुहूर्त-
15 जनवरी 2019 के दिन पुण्य काल मुहूर्त- 07:14 से 12:36 तक रहेगा
महापुण्य काल मुहूर्त- 07:14 से 09:01 तक रहेगा
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं. दरअसल, शनि मकर और कुंभ राशि के स्वामी है इसलिए यह पर्व पिता-पुत्र के मिलन से भी जुड़ा हुआ है. एक अन्य पौराणिक मान्यता के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने पृथ्वी लोक पर असुरों का संहार कर उनके सिरों को काटकर मंदरा पर्वत पर गाड़ दिया था, इसलिए भगवान विष्णु की इस जीत के तौर पर भी मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, स्वयं भगवान श्री कृष्ण ने कहा था कि जो मनुष्य मकर संक्रांति पर देह का त्याग करता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और वह हमेशा-हमेशा के लिए जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्त हो जाता है.