Deepawali & Vastu 2024: सुख एवं समृद्धि के लिए लक्ष्मी-पूजन पर अपनाएं ये उपयोगी वास्तु टिप्स!
lakshmi (img: file photo)

दीपावली मुख्यतः धन एवं ऐश्वर्य की देवी लक्ष्मी जी को समर्पित पर्व है. इस महापर्व पर लक्ष्मी के आवभगत की तैयारी एक महीने पहले से शुरू हो जाती है. लोग घरों की सफाई करते हैं. नये बर्तन, आभूषण, वस्त्र खरीदते हैं. घर को फूलों, रंगोली आदि से सजाते हैं. शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी जी की पूजा करते हैं. इसके अलावा वास्तु पर विश्वास करने वाले श्रद्धालु लक्ष्मी पूजा के समय वास्तु के नियमों का भी पालन करते हैं, इस आस्था के साथ कि दीपावली पर उनके घर देवी लक्ष्मी प्रवेश करेंगी, और उनके घर में धन-धान्य की वर्षा होगी. अगर आप भी दीपावली पर लक्ष्मी पूजा में वास्तु नियमों को अमल में लाना चाहते हैं. तो यहां कुछ ऐसे टिप्स दिये जा रहे हैं.

मुख्य द्वार की सफाईः पूजा से पूर्व घर के मुख्य द्वार को तोरण औऱ फूलों से अच्छी तरह सजाएं. रंगोली बनाएं. वास्तु के अनुसार रंगोली और तोरण नकारात्मक ऊर्जा को घर में प्रवेश नहीं करने देते. यह भी पढ़ें : Karva Chauth 2024: करवा चौथ की शुभकामनाएं! जानें, जानें आज कब निकलेगा चांद, अपने प्रियजनों को भेजें शायरी फोटो और वीडियो से दें बधाई

पूजा स्थलः दीपावली की रात लक्ष्मी जी की पूजा के लिए घर के उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) को चुनें. यह दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. इसी स्थान रप लक्ष्मी जी की मूर्ति अथवा तस्वीर स्थापित करें.

तेल का दीपक जलाएंः पूजा स्थल पर आप शुद्ध घी का दीप प्रज्वलित करें, और घर के चारों ओर बाहरी हिस्सों में तेल का दीप जलाएं, पहला दीपक पूर्व अथवा उत्तर दिशा में जलाएं. इससे सकारात्मक ऊर्जा प्रसारित होती है.

सफेद और सुनहरे रंगों को प्राथमिक ताः लक्ष्मी पूजन के दरमियान सुनहरे अथवा श्वेत रंग के परिधान धारण करें. ये रंग शुभता, समृद्धि और सफलता के प्रतीक माने जाते हैं.

ताजे फूल एवं फलः लक्ष्मी जी की पूजा के लिए ताजे लाल फूल विशेषकर कमल का फूल अवश्य चढ़ाएं. लक्ष्मी जी को लाल रंग औऱ कमल का फूल विशेष प्रिय हैं, ताजे फूल वैसे भी समृद्धि और सुचेता के सूचक माने जाते हैं.

खुशबवाले धूपबत्ती जलाएंः पूजा स्थल पर खुशबू वाली धूपबत्ती जलाएं. ये खुशबू वातावरण में शुद्धता पवित्रता बिखेरती है.

काले रंग से परहेजः दीपावली के दिन दीवारों, परदों, बिस्तर, पहने जाने वाले वस्त्रों में काले रंग के उपयोग से बचें. यह नकारात्मकता लाती है.

स्टील अथवा लोहे के बर्तन में प्रसाद न चढ़ाएः लक्ष्मी जी की पूजा के समय प्रसाद पीतल, फूल अथवा चांदी के बर्तन में प्रसाद चढ़ाएं. ये बर्तन शुभता के सूचक होते हैं.

विवाद या झगड़े से बचेः लक्ष्मी जी शांति प्रिय देवी हैं. दीपावली के दिन घर पर वाद-विवाद, झगड़े आदि को नजरअंदाज करें. तभी लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश करेंगी.

मुख्य द्वार पर कचरे या भंगार न रखेः सुनिश्चित करें कि घर का मुख्य प्रवेश द्वार बाधाओं से मुक्त हो. वहां पुरानी वस्तुएं अथवा कचरा आदि ना रखें.