संयुक्त राष्ट्र : पोषण बढ़ाने पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) के नये दिशा-निर्देशों के अनुसार अगर सरकारें सेहतमंद खानपान पर अपना ध्यान बढ़ाएं तो 2025 तक कुपोषण से मौत के करीब 37 लाख मामलों को टाला जा सकता है.
बुधवार को जारी नयी रिपोर्ट ‘एसेंशियल न्यूट्रीशन एक्शन्स: मेनस्ट्रीमिंग न्यूट्रीशन थ्रूआउट द लाइफ कोर्स’ (आवश्यक पोषण कार्रवाइयां: जीवनभर पोषण को मुख्यधारा में शामिल करना) में वैश्विक स्वास्थ्य की बुनियाद के तौर पर प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल की भूमिका पर जोर दिया गया है. डब्ल्यूएचओ में सहायक महानिदेशक नाओको यामामोतो ने कहा, ‘‘पोषण को आवश्यक स्वास्थ्य पैकेजों के एक महत्वपूर्ण आधार-स्तंभ के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें खानपान को लेकर बेहतर माहौल बनाने की जरूरत है जिसमें सभी लोगों को सेहतमंद आहार मिले.’’ डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा कि सभी को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिहाज से देशों की मदद के लिए पोषण संबंधी कार्रवाईयां बढ़ाने से अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने में मदद मिल सकती है.
मौलिक पोषण कार्यक्रमों पर दानदाताओं द्वारा दिये गये हर एक डॉलर से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बदले में 16 डॉलर का लाभ मिलता है. इस बीच रिपोर्ट के अनुसार 1990 से 2018 के बीच बच्चों में मोटापे का स्तर लगातार बढ़ गया है जो 4.8 से 5.9 प्रतिशत पहुंच गया है.