Tulsi Vivah 2020 Rangoli Designs: उत्तर भारत सहित देश के कई हिस्सों में 26 नवंबर को तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) मनाया जाएगा. इस दिन माता लसी का विवाह भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के स्वरुप शालिग्राम (Shaligram) से किया जाता. भारत में हर घर में तुलसी का पौधा पाया जाता है. हिंदू धर्म में तुलसी को शुभ माना जाता है, विवाह से लेकर पूजा-पाठ किसी भी मंगल कार्य में तुलसी को उपयोग में लाया जाता है. तुलसी विवाह के दिन बड़े ही धूम धाम से पूरे रीती-रिवाज से भगवान विष्णु स्वरुप शालिग्राम और माता तुलसी (Tulsi) का विवाह कराया जाता है. इस दिन के बाद से विवाह से लेकर गृह प्रवेश जैसे सभी शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है. तुलसी विवाह भी हिंदू विवाह की तरह होता है, जिसमें दुल्हन की जगह तुलसी का पौधा होता है और दूल्हे शालिग्राम के रूप में भगवान विष्णु होते हैं. महिलाएं विवाह गीत और भजन गाती हैं. तुलसी विवाह में मंगलाष्टक मंत्रों का उच्चारण किया जाता है.
तुलसी विवाह के दिन महिलाएं व्रत रखती हैं और पुरे घर को सजाती हैं. इस दिन बहुत ही ख़ास तरीके से तुलसी के मंडप को गन्ने से सजाया जाता है. उन्हें हरी और लाल चूड़ियां पहनाई जाती हैं, लाल चुनरी चढ़ाई जाती हैं. यही नहीं तुलसी विवाह खास अवसर पर अवसर पर महिलाएं रंगोली बनाती हैं. इस शुभ अवसर पर हम आपके रंगोली (Rangoli) के कुछ आसान और सुंदर डिजाइन्स लिए लेकर आए हैं . इन डिजाइन्स को देख कर आप तुलसी विवाह को खास बना सकते हैं. कई जगहों पर देवउठनी एकादशी के दिन और कई जगहों पर उसके अगले दिन तुलसी-शालिग्राम का विवाह कराया जाता है. आप भी इन मनमोहक डिजाइन्स में से अपनी पसंद के से कोई भी रंगोली डिजाइन बनाकर इस पर्व की शुभता को बढ़ा सकते हैं.
देखें रंगोली डिजाइन्स:-
तुलसी विवाह स्पेशल रंगोली डिजाइन
तुलसी विवाह रंगोली डिजाइन
तुलसी विवाह के लिए सुंदर रंगोली डिजाइन
वृंदावन तुलसी विवाह रंगोली डिजाइन
तुलसी विवाह मोर रंगोली डिजाइन
आसान और आकर्षक तुलसी विवाह रंगोली डिजाइन
आकर्षक और लेटेस्ट तुलसी विवाह रंगोली डिजाइन
तुलसी विवाह के दिन तुलसी के पौधे के पास तुलसी विवाह स्पेशल रंगोली बनाई जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, देवउठनी एकादशी को भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं और इसी दिन से मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है. कई जगहों पर देवउठनी एकादशी के दिन और कई जगहों पर उसके अगले दिन तुलसी-शालिग्राम का विवाह कराया जाता है.