Gatari Amavasya 2020: सावन सोमवार के दिन पड़ रही है गटारी अमावस्या? जानिए इस दिन अधिकांश लोग क्यों करते हैं नॉनवेज खाने से परहेज
गटारी 2020 (Photo Credits: Instagram/ File Image)

Gatari Amavasya 2020: उत्तर भारतीय राज्यों (North Indian States) में रहने वाले लोगों के लिए भगवान शिव (Lord Shiva) की भक्ति और उपासना का पावन महीना सावन चल रहा है, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra), गुजरात (Gujarat), गोवा (Goa), कर्नाटक (Karnataka), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), तमिलनाडु (Tamil Nadu) जैसे राज्यों में इस साल सावन (Sawan) का महीना 21 जुलाई से शुरु हो रहा है. खासकर महाराष्ट्र में इस पावन महीने की शुरुआत से एक दिन पहले लोग एक विशेष उत्सव मनाते हैं, जिसे गटारी (Gatari) कहा जाता है. गटारी में लोग जमकर नॉनवेज (Nonveg) खाते हैं और शराब (Alcohol)  का सेवन करते हैं. गटारी के बाद से अगले एक महीने के लिए लोग नॉनवेज और शराब का सेवन बंद कर देते हैं. इस साल गटारी अमावस्या (Gatari Amavasya) 20 जुलाई (सोमवार) को पड़ रही है, लेकिन सोमवार के दिन गटारी पड़ने की वजह से इसे 19 जुलाई को व्यापक तौर पर मनाया जाएगा. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि अधिकांश लोग सोमवार के दिन नॉनवेज खाने से परहेज करते हैं.

सावन का महीना भगवान शिव को अतिप्रिय है, इसलिए इस पावन महीने में तमाम शिवभक्त उनकी भक्ति में लीन हो जाते हैं. सावन के महीने में लोग हल्का और शाकाहारी भोजन करते हैं. इसके साथ ही सावन सोमवार के दिन व्रत रखकर भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं, क्योंकि सावन महीने में पड़ने वाले सोमवार का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. मध्य भारत और दक्षिण भारत के लिए सावन का महीना 21 जुलाई से शुरु होगा. यह भी पढ़ें: Sawan Shivratri 2020: जानें कब है सावन की मासिक शिवरात्रि और इससे जुड़ी पौराणिक कथा

सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है, इसलिए अधिकांश लोग सोमवार के दिन नॉनवेज का सेवन करने से परहेज करते हैं. मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के कुछ दिन ऐसे होते हैं, जब लोग मांसाहारी व्यंजन खाने से परहेज करते हैं. गटारी अमावस्या की तिथि सोमवार को पड़ रही है, इसलिए अधिकांश लोग इस दिन का आनंद नहीं ले पाएंगे, क्योंकि यह दिन भगवान शिव को समर्पित है. ऐसे में महाराष्ट्र में लोग एक दिन पहले 19 जुलाई (रविवार) को गटारी मनाएंगे.

गौरतलब है कि गटारी सेलिब्रेशन के लिए अधिकांश महाराष्ट्रीय घरों में तरह-तरह के मांसाहारी व्यंजन बनाए जाते हैं. लोग जमकर नॉनवेज भोजन और शराब इत्यादि का सेवन करते हैं. गटारी मनाने के बाद लोग श्रावण में पूरे एक महीने के लिए इन चीजों से दूरी बनाकर भगवान शिव की भक्ति व उपासना में लीन हो जाते हैं.