Chand Raat Mubarak 2020: चांद के दीदार (Moon Sighting) के साथ इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र माह रमजान (Ramzan) की शुरुआत हो गई है. रमजान के महीने में दुनिया भर के मुसलमान महीने भर रोजा रखते हैं और पूरे दिल से अल्लाह की इबादत करते हैं. इस्लाम धर्म की मान्यताओं के अनुसार, रमजान के पाक महीने में अल्लाह अपने बंदों के लिए जन्नत के दरवाजे खोल देते हैं, जहां रोजेदारों की हर दुआ कुबूल होती है. इस्लामिक कैलेंडर (Islamic Calendar) के सबसे पवित्र महीने रमजान की शुरुआत चांद देखने के बाद होती है. चांद दिखाई देने के बाद अगली सुबह सूरज निकलने से पहले सहरी (Sehri) खाकर रोजे की शुरुआत की जाती है, जबकि सूर्यास्त के बाद इफ्तार (Iftar) करके रोजा खोला जाता है. सहरी और इफ्तार के बीच रोजेदार न कुछ खाते हैं और न ही पानी की एक घूंट पीते हैं.
कहा जाता है कि रमजान का महीना लोगों को खुद पर काबू पाना सिखाता है. इस महीने मुसलमान अल्लाह की इबादत कर अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं. इस महीने की गई इबादत का सवाब बाकी महीनों के मुकाबले 70 गुना ज्यादा मिलता है. चांद के दीदार के साथ रमजान महीने की शुरूआत हो गई है. इस मुबारक मौके पर आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों को इन शानदार वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ इमेजेस, शायरी, एसएमएस, फेसबुक मैसेजेस के जरिए चांद रात मुबारक (Chand Raat Mubarak) कह सकते हैं.
1- रात को नया चांद मुबारक,
चांद को चांदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक,
सितारों को बुलंदी मुबारक,
और आपको हमारी तरफ से चांद रात मुबारक. यह भी पढ़ें: Ramadan Mubarak 2020 Wishes: अल्लाह की इबादत का पाक महीना है रमजान, इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Message, GIF Greetings, Photo SMS और Wallpapers के जरिए दें मुबारकबाद
2- खुदा करे हर रात चांद बनके आए,
दिन का उजाला शाम बन कर आए,
कभी ना दूर हो आपके चेहरे से मुस्कुराहट,
हर दिन ऐसे मेहमान बन कर आए.
चांद रात मुबारक हो.
3- चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको,
धीरे से यह हवा कुछ कह जाए आपको,
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से,
हम दुआ करेंगे वो मिल जाए आपको.
चांद रात मुबारक.
चांद मुबारक जीआईएफ
रमजान मुबारक जीआईएफ
गौरतलब है कि रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौंवा महीना होता है. माना जाता है कि इस महीने कुरान शरीफ नाजिल यानी जमीन पर उतरी थी. यही वजह है कि इस महीने कुरान पढ़ना अहम माना जाता है. इस महीने मस्जिदों में तरावीह की नमाज अदा की जाती है, इसके साथ ही रोजेदार 5 वक्त की नमाज अदा करते हैं. हालांकि इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते लोग मस्जिदों में एक साथ नमाज नहीं पढ़ सकेंगे, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी लोगों से रमजान में अपने घरों में रहकर सारी रस्में अदा करने की अपील की है.