Chandra Grahan 2020: चंद्रमा पर लगा साल का पहला ग्रहण, दुनिया के कई हिस्सों में दिखा चंद्र ग्रहण का नजारा, देखें तस्वीरें
चंद्र ग्रहण (Photo Credits: Public Domain Pictures)

Penumbral Lunar Eclipse 2020: साल 2020 के पहले चंद्र ग्रहण की शुरुआत हो गई है. इस ग्रहण की शुरुआत 10 जनवरी की रात 10 बजकर 39 मिनट हुई है और इसकी समाप्ति 11 जनवरी की मध्यरात्रि 2 बजकर 40 मिनट पर होगी. इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 01 मिनट है. इस अद्भुत खगोलीय घटना का नजारा कनाडा, यूएस, ब्राजील, अर्जेंटीना, अंटार्कटिका जैसे देशों में नहीं दिखेगा, जबकि भारत समेत एशिया के सभी देशों, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, यूरोप, नॉर्थ अमेरिका और हिंद महासागर में चंद्र ग्रहण का नजारा देखा जा सकता है. हालांकि साल का पहला चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण है यानी चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया से नहीं, बल्कि उपछाया से गुजरेगा.

कुल तीन प्रकार के चंद्र ग्रहण होते हैं. पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण, दूसरा आंशिक चंद्र ग्रहण और तीसरा पेनम्ब्रल यानी उपछाया चंद्र ग्रहण. साल का पहला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है. बता दें कि पेनम्ब्रल लूनर एक्लिप्स या उपछाया चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा सिर्फ पृथ्वी की सबसे विरल छाया से होकर गुजरता है यानी इस चंद्र ग्रहण के दौरान चांद का कोई भी हिस्सा पृथ्वी की सबसे काली छाया से नहीं गुजरेगा. ज्ञात हो कि जब चांद का छोटा सा हिस्सा भी पृथ्वी की गहरी छाया से होकर गुजरता है तो इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है और जब पूरा चांद पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है तो इस स्थिति को पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जाता है.

इस चंद्र ग्रहण को नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है. लोग www.timeanddate.com पर चंद्र ग्रहण के लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इस खगोलीय घटना के साक्षी बन सकते हैं. ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग के अलावा आप अपने स्मार्ट गैजेट्स पर भी चंद्र ग्रहण देख सकते हैं. चंद्र ग्रहण लगते ही आसमान में घट रही इस अद्भुत खगोलीय घटना के लोग साक्षी बन रहे हैं और सोशल मीडिया पर भी चंद्र ग्रहण की तस्वीरें शेयर कर रहे हैं. आप भी देखें साल के पहले चंद्र ग्रहण की तस्वीरें.

देखें तस्वीरें-

साल का पहला चंद्र ग्रहण-

उपछाया चंद्र ग्रहण-

बहरहाल, विज्ञान भले ही चंद्र ग्रहण को महज एक खगोलीय घटना के तौर पर देखता हो, लेकिन धार्मिक नजरिए से देखा जाए तो इसका व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. इस दौरान खाना बनाने और खाने से बचना चाहिए. माना जाता है ग्रहण काल के दौरान नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव अधिक होता है, इसलिए ग्रहण काल में भगवान का ध्यान करना चाहिए. यह भी पढें: Chandra Grahan 2020: सूतक नहीं होने के बावजूद गर्भवती महिलाएं रहें सजग, जानें किन बातों से बचें

गौरतलब है कि साल 2020 में कुल छह ग्रहण लगेंगे, जिनमें 4 चंद्र ग्रहण और 2 सूर्य ग्रहण शामिल है. पहला ग्रहण 10 जनवरी को लगा है, जबकि दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून, तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई और चौथा चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को लगेगा. वहीं 21 जून को पहला सूर्य ग्रहण और 14 दिसंबर को दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा.