
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के अरैल घाट पर स्वच्छता अभियान में हिस्सा लेकर स्वच्छ भारत अभियान को और मजबूती दी. इस दौरान उन्होंने घाट की सफाई की और लोगों को साफ-सफाई बनाए रखने का संकल्प दिलाया.
26 फरवरी को महाकुंभ 2025 का समापन हुआ, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ अभी भी संगम तट पर उमड़ रही है. इसी के मद्देनजर सीएम योगी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अरैल घाट पर सफाई अभियान चलाया. उन्होंने झाड़ू लगाई, गंगा तट से कचरा हटाया और घाट को स्वच्छ रखने का संदेश दिया.
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर: CM योगी.
स्वच्छता के लिए जनता की भागीदारी जरूरी: सीएम योगी
सीएम योगी ने लोगों से अपील की कि स्वच्छता सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों और सार्वजनिक जगहों की सफाई में जनभागीदारी जरूरी है, जिससे पर्यावरण संरक्षण भी हो सके.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रयागराज एक पवित्र तीर्थस्थल है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आते हैं. इसलिए यहां की स्वच्छता बनाए रखना न केवल धार्मिक आस्था का हिस्सा है, बल्कि पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में भी.
सीएम योगी का स्वच्छता अभियान
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath participates in a cleanliness drive at Arail Ghat in Prayagraj. pic.twitter.com/MrNRNBiIr8
— ANI (@ANI) February 27, 2025
महाकुंभ 2025: रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने लगाया आस्था का डुबकी
प्रयागराज में 1.53 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाशिवरात्रि पर अंतिम स्नान किया. पूरे महाकुंभ में 66 करोड़ श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं, जो अमेरिका की कुल जनसंख्या से दोगुना है.
पीएम मोदी ने किया महाकुंभ की सफलता पर ब्लॉग लिखकर योगी सरकार की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ के समापन पर "एकता का महाकुंभ - युग परिवर्तन की आहट" शीर्षक से एक ब्लॉग लिखा. उन्होंने इस आयोजन को "एकता का महायज्ञ" करार दिया और कहा कि "महाकुंभ ने भारत की एकजुटता और सांस्कृतिक चेतना को पूरी दुनिया में एक नई पहचान दी है." उन्होंने योगी सरकार की प्रशासनिक कुशलता और जनता के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि, "यहां कोई शासक नहीं था, कोई प्रशासक नहीं था... हर कोई श्रद्धा भाव से भरा हुआ सेवक था."