Unlock 1: कोरोना संकट के बीच प्रयागराज के संगम घाट पर लौटी रौनक, गंगा स्नान के लिए उमड़ी श्रद्दालुओं की भीड़
गंगा स्नान के लिए संगम घाट पर पहुंचे श्रद्धालु (Photo Credits: ANI)

प्रयागराज: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ एक जून से देश में लॉकडाउन (Lockdown) के पांचवें चरण की शुरुआत हो चुकी है, जिसकी अवधि 30 जून को खत्म होगी. लॉकडाउन 5 (Lockdown 5) के साथ ही देश को अनलॉक करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार, अब राज्य के किसी भी व्यक्ति को एक जगह से दूसरी जगह पर जाने के लिए पास की आवश्कता नहीं है. सभी बाजारें खुल गई हैं, बसों और कार को एक जगह से दूसरे जगह पर जाने की परमिशन मिल गई है. हालांकि मंदिर-मस्जिद औरअन्य धार्मिक स्थलों को 8 जून से खोला जाएगा. अनलॉक 1 के साथ सब कुछ खोले जाने पर प्रयागराज के संगम घाट पर भी रौनक लौट आई है.

कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown)  के बीच जैसे ही अनलॉक 1 (Unlock 1) को लागू किया गया, वैसे ही प्रयागराज (Prayagraj) के संगम घाट (Sangam Ghat) पर गंगा स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने लगी है. लॉकडाउन के चलते वीरान पड़े संगम घाट पर एक बार फिर से रौनक लौट आई है. यहां स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि गंगा नदी पहले इतनी स्वच्छ नहीं थी, जितनी लॉकडाउन के चलते अब हो गई है. स्वच्छ गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. यह भी पढ़ें: लॉकडाउन का असर: प्रयागराज के संगम घाट पर सन्नाटा, पिंडदान व अस्थि पूजन की अनुमति देने के लिए कर्मकांडी पंडितों ने लगाई सरकार से गुहार

संगम घाट पर फिर से लौटी रौनक

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते जारी लॉकडाउन की वजह से संगम घाट पर श्रद्धालुओं की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया था. लॉकडाउन के चलते घाट पर कर्मकांड कराने वाले पंडितों, फूल विक्रेताओं और पूजा के अन्य सामान बेचकर गुजारा करने वालों का रोजगार भी ठप हो गया था, लेकिन अब अनलॉक 1 के कारण कोरोना संकट के बीच जिंदगी धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौटने लगी है.