गांधीनगर,गुजरात: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों तक अपनी पहुंच बना ली है.इसके असर से कई जिलों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है.खासकर बोटाड, अमरेली, सुरेन्द्रनगर और भावनगर जिलों में लगातार बारिश ने लोगों को राहत और प्रशासन को सतर्क कर दिया है.राज्य की वर्षा की स्थिति पर नजर रखने के लिए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में उच्चस्तरीय बैठक की.बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों के आयुक्तों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की और राहत कार्यों की समीक्षा की.
राज्य के कई जिलों में जमकर बारिश हो रही है. कई जगहों पर गांवों में बारिश का पानी बहर चूका है. भावनगर जिले में, अमरेली में काफी ज्यादा बारिश हुई है. ये भी पढ़े:Bhavnagar Rain: गुजरात के भावनगर में बारिश का कहर, शिहोर तहसील के कई गांवों में पानी भरा, ऑटो रिक्शा और दुपहियां बहे; VIDEO
दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र
🌧️दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात में आगे बढ़ गया है और राज्य के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया है।
🌧️कल रात राज्य के कई हिस्सों, विशेषकर दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। #Monsoon2025 #imdweather #gujaratrains pic.twitter.com/b7fl33vKw7
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) June 20, 2025
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात
प्रशासन ने तेजी से एक्शन लेते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 5 टीमें और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की 20 टीमें वर्षा प्रभावित इलाकों में तैनात की हैं. अब तक 100 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिससे संभावित जान-माल के नुकसान को टालने में सफलता मिली है.
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के 9 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.अगले 24 घंटे तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. लोगों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और आवश्यकतानुसार ही घरों से बाहर निकलें.
उत्तर भारत में भी जल्द पहुंचेगा मॉनसून
आईएमडी के अनुसार, इस बार मॉनसून सामान्य तारीख 30 जून से पहले ही 22 जून तक दिल्ली पहुंच सकता है. हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे राज्यों में 20 जून से 25 जून के बीच अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है.
कृषि क्षेत्र को राहत
लगातार हो रही बारिश ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं कृषि क्षेत्र में उम्मीद की किरण जगा दी है. किसानों का कहना है कि इस शुरुआती बारिश से बुवाई के कार्य समय पर शुरू हो सकेंगे, जिससे उत्पादन में बढ़ोतरी संभव है.













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