योगी सरकार की 'सवेरा' योजना से बजुर्गों की जिंदगी हो रही है खुशहाल, एक कॉल की दूरी पर मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विकास और प्रदेश की जनता की खुशहाली के लिए योगी सरकार कार्यरत है. गरीबों की मदद हो या रोजगार के अवसर पैदा करना योगी सरकार हर नागरिक को मूलभूत सुविधाओं देने के लिए काम कर रही है. इसी कड़ी में योगी सरकार राज्य के बुजुर्गों के जीवन में 'सवेरा' योजना से खुशी भर रही है. उत्तर प्रदेश पुलिस की योजना 'सवेरा' लाखों बुजुर्गों के जीवन में उजाला भरने का कार्य कर रही है. 'सवेरा' का शुभारम्भ माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने 26 अक्तूबर 2019 में किया था. योजना के तहत कोई भी बुजुर्ग 112-यूपी पर कॉल कर के अपना पंजीकरण करवा सकते हैं.

पंजीकरण के बाद यदि किसी बुजुर्ग को सुरक्षा संबंधी मदद की जरुरत होती है तो सम्बंधित थाने की पुलिस या 112 की पीआरवी मौके पर पहुंच कर सहायता पहुंचाने का कार्य करती है. प्रदेश भर में जनवरी 2020 से 21 दिसंबर 2020 तक 7,33,770 बुजुर्ग सवेरा में अपना पंजीकरण करवा चुके हैं. जिला व थाना स्तर पर वरिष्ठ नागरिक सेल का गठन किया गया है.​ यूपी के पिछड़े गावों की सूरत बदलने की तैयारी में योगी सरकार, ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था को मिलेगी रफ्तार.

योजना का उद्देश्य

योगी सरकार की सवेरा योजना बुजुर्गों की सहयता के लिए है. उत्तर प्रदेश में ऐसे कई बुजुर्ग हैं, जिनके परिवार वाले दूर रहते हैं. ऐसे में बीमार होने पर अकेले रहने बुजुर्ग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. इस योजना के जरिए सरकार की कोशिश है कि क्षेत्र में रहने वाले बुजुर्ग नागरिकों के साथ नियमित मेल-मिलाप हो. उनकी व्यक्तिगत एवं सामूहिक समस्याओं को शुरूआती स्तर पर ही हल किया जा सके. जिससे वरिष्ठ नागरिकों में सुरक्षा का भाव बना रहे.​

सवेरा से लाभ

अकेले रहने वाले बुजुर्ग जिन्होंने पंजीकरण किया है उन्हें तत्काल रूप से सहायता दी जाएगी. तबीयत खराब होने पर अथवा वह किसी भी प्रकार की आपातकालीन समस्या में मदद मिलेगी. 112 कॉल करने पर मदद मिलेगी.

इस तरह करें पंजीकरण

112 नंबर डायल करके पंजीकरण करें. इसके अलवा यूपी पुलिस की वेबसाइट के माध्यम से भी पंजीकरण किया जा सकता है. यूपी कॉप मोबाइल ऐप के माध्यम से और स्थानीय स्तर पर आयोजित कैंप के जरिये भी पंजीकरण किया जा सकता है.

112 पर सीधे कॉल करके बुजुर्ग अपना प्राथमिक पंजीकरण करवा सकते हैं. प्राथमिक पंजीकरण के बाद स्थानीय थाने या चौकी से बीट के पुलिस कर्मी बुजुर्ग के घर जा कर उनका गहन पंजीकरण करते हैं. गहन पंजीकरण में बुजुर्ग से सम्बंधित जानकारियां (जो बुजुर्ग देना चाहें) दर्ज की जाती हैं.