UP Elections 2022: गोरखपुर शहर से सीएम योगी तो करहल से अखिलेश यादव लड़ रहे हैं चुनाव, इन 7 सीटों पर दिग्गजों की साख दांव पर
सीएम योगी आदित्यनाथ/ अखिलेश यादव (Photo: PTI)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) को लेकर सभी पार्टियां एक्टिव मोड में हैं. बीजेपी जहां अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहती हैं वहीं अन्य राजनीतिक पार्टियां भी सत्ता तक पहुंचने के लिए दिन रात एक कर रही हैं. सूबे में फरवरी और मार्च में चुनाव होने हैं. चुनाव का समय नजदीक आ रहा है और सभी राजनीतिक दल अपनी तरफ से पूरी जोर आजमाइश कर रहे हैं. यूपी में 10 फरवरी से सात चरणों में 403 सीटों पर मतदान होंगे. सात चरणों के तहत 10 फरवरी, 14, 20, 23, 27, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान होंगे. मतों की गिनती 10 मार्च को होगी. राज्य में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं. UP Election 2022: 33 साल से भगवा खेमे का अभेद्य किला है गोरखपुर सीट, सपा-बसपा की आज तक नहीं हुई बोहनी- जानें कितना कठिन है योगी आदित्यनाथ से मुकाबला. 

उत्तर प्रदेश में बीजेपी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और मायावती की बहुजन समाज पार्टी के बीच मुकाबला होगा. चुनाव से पहले योगी सरकार जहां अपने काम का लेखा जोखा दे रही है तो वहीं विपक्ष सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाने के लिए मेहनत कर रहा है. बड़े-बड़े चुनावी वादों के साथ आरोप-प्रत्यारोप, दल-बदल का सिलसिला जारी है. यूपी में मुकाबला कड़ा दिख रहा है.

किसान कानून, रोजगार, कोरोना जैसे कई बड़े मुद्दों पर विपक्ष बीजेपी को औंधे मुहं गिराने की कोशिश कर रहा है. वहीं बीजेपी ब्रांड मोदी और योगी के नाम पर सत्ता पर बने रहने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है.

इस चुनाव में कई बड़े नेता मैदान में हैं. यहां हम आपको यूपी की ऐसी 7 बड़ी विधानसभा सीटों के बारे में बता रहे हैं जहां दिग्गजों की साख दांव पर है.

गोरखपुर (शहरी) सीट: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी यूपी के सीएम के खिलाफ इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. सपा ने उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी सुभावती शुक्ला को यहां से मैदान में उतारा है. इस सीट पर छठे चरण में मतदान होना है.

करहल: इस सीट से समाजवादी अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव मैदान में हैं. अखिलेश सपा के गढ़ मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर तीसरे चरण में 14 फरवरी को मतदान होना है. बीजेपी ने इस सीट से केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह बघेल को मैदान में उतारा है.

फाजिलनगर: बीजेपी से सपा (SP) में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) यहां से चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पहले योगी कैबिनेट में मंत्री थे. इस सीट पर छठे चरण में मतदान होना है.

रामपुर: समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान अपनी रामपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह फरवरी 2020 से जेल में हैं और उन पर भैंस और बकरी की चोरी से लेकर जमीन हथियाने और बिजली चोरी जैसे लगभग 100 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है. आजम खान 1980 से अब तक नौ बार रामपुर विधानसभा सीट जीत चुके हैं. इस विधानसभा सीट पर छठे चरण में मतदान होना है. खान के खिलाफ बीजेपी के आकाश सक्सेना चुनाव लड़ रहे हैं. आजम खान के खिलाफ कांग्रेस ने काजिम अली खान को टिकट दिया है.

सिराथू: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) सिराथू विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से सपा ने केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को मैदान में उतारा है. सिराथू में पांचवें चरण में मतदान होगा.

स्वार: आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान समाजवादी पार्टी के टिकट पर स्वार सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उन्हें हैदर अली खान से कड़ी टक्कर मिल रही है, जो काजिम अली खान के बेटे हैं. हैदर भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में मतदान होना है.

लखनऊ कैंट: बीजेपी ने लखनऊ कैंट से राज्य के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक को मैदान में उतारा है. इस सीट पर सपा ने राजू गांधी को टिकट दिया है. इस विधानसभा सीट पर चौथे चरण में मतदान होना है.

बीजेपी यह चुनाव अपना दल (एस) और निषाद पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ रही है. अखिलेश यादव की सपा ने राष्ट्रीय लोक दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, अपना दल (कामेरावाड़ी), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और जनवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है. उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें हैं.

यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी और उसके सहयोगियों ने 325 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी को अकेले 312 सीटें मिली थीं. इस चुनाव में सपा केवल 47 सीटें जीतने में सफल रही. सपा की सहयोगी कांग्रेस को मात्र सात सीटें मिली थीं. BSP को सिर्फ 19 सीटों पर जीत मिली थी.