Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ मेले को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार जोरशोर से तैयारियों में जुटी है. इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. इसी को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सुविधा मिल सके.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने प्रयागराज दौरे के दूसरे दिन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की नई बसों और इलेक्ट्रिक बसों ('अटल सेवा') को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह बसें महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सुगम यात्रा सुविधा देने के लिए परिवहन निगम के बेड़े में जोड़ी गई हैं. इस मौके पर यूपी सरकार के कई मंत्री, जैसे परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह मौजूद थे.
प्रयागराज में विशेष बस सेवा 'अटल सेवा' की शुरुआत
तीर्थराज प्रयागराज में दिव्य व भव्य महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत आज उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की शटल बसों तथा 'अटल सेवा' इलेक्ट्रिक बसों को फ्लैग-ऑफ किया।
इस महासमागम में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु डबल इंजन की सरकार पूर्ण प्रतिबद्ध है।@UPSRTCHQ pic.twitter.com/oNnWsmPcB7
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 10, 2025
मुख्यमंत्री ने किया प्रयागराज की सुंदरता का अवलोकन
अपने प्रयागराज दौरे के बाद जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एयरपोर्ट लौट रहे थे, तो रास्ते की सुंदरता देखकर वह खुद को रोक नहीं पाए. उन्होंने अपनी गाड़ी रुकवाई और सड़क किनारे की हरियाली और आकर्षक लैंडस्केपिंग को निहारा. मुख्यमंत्री को ऐसा करता देख उनके साथ चल रहे मंत्रियों और अधिकारियों ने भी गाड़ियों से उतरकर उनके साथ इस सौंदर्य का आनंद लिया.
'मां की रसोई' का उद्घाटन
प्रयागराज दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में 'मां की रसोई' का उद्घाटन किया. यह रसोई नंदी सेवा संस्थान द्वारा संचालित की जा रही है और इसका उद्देश्य गरीबों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है. मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना की और खुद गरीबों को भोजन परोसकर उनकी सेवा का हिस्सा बने.
महाकुंभ 2025: 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित किया जाता है और इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है. इस बार इसमें 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. भक्त संगम तट पर आकर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान करेंगे.
शाही स्नान की महत्वपूर्ण तिथियां
महाकुंभ में प्रमुख शाही स्नान की तिथियां इस प्रकार हैं:
- 14 जनवरी – मकर संक्रांति
- 29 जनवरी – मौनी अमावस्या
- 3 फरवरी – बसंत पंचमी
उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ मेले को सफल बनाने के लिए यातायात, सफाई, चिकित्सा, सुरक्षा और मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही है. श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए परिवहन सेवा को मजबूत किया गया है और शहर में कई नई सुविधाएं जोड़ी गई हैं.