मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, और महा विकास अघाड़ी (MVA) ने अपनी पांच प्रमुख गारंटियों का ऐलान कर दिया है. ये वादे महिलाओं, किसानों, बेरोजगार युवाओं और आम जनता के लिए बनाए गए हैं. कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और शरद पवार की एनसीपी जैसे प्रमुख दलों के इस गठबंधन ने अपने संकल्प पत्र में जनता को यह भरोसा दिलाने का प्रयास किया है कि उनकी सरकार बनने पर ये गारंटियां पूरी की जाएंगी. महिलाओं, किसानों, बेरोजगारों और कमजोर वर्गों के लिए की गई इन घोषणाओं से MVA एक बार फिर महाराष्ट्र में अपनी स्थिति को मजबूत करने का प्रयास कर रही है.
MVA की पांच गारंटी क्या हैं?
महालक्ष्मी योजना: महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से, हर महिला को प्रति माह 3,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. साथ ही, उन्हें पूरे महाराष्ट्र में सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी.
कृषि समृद्धि: महाराष्ट्र के किसानों के लिए राहत का ऐलान करते हुए, तीन लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ करने का वादा किया गया है. इसके अतिरिक्त, नियमित रूप से ऋण चुकाने वाले किसानों को 50,000 रुपये का प्रोत्साहन भी दिया जाएगा.
युवकन्ना शब्द: महाराष्ट्र के बेरोजगार युवाओं के लिए 4,000 रुपये प्रति माह की सहायता का प्रावधान रखा गया है. यह योजना बेरोजगारी की समस्या को कम करने और युवाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक प्रयास है.
कुटुंब रक्षण: महाराष्ट्र के हर परिवार के लिए 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा, सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवाइयां मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएंगी. यह योजना स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और सस्ता बनाने का एक प्रयास है.
समानता हामी: सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना का वादा किया गया है ताकि समाज के हाशिए पर खड़े समुदायों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. MVA ने 50% आरक्षण की सीमा को हटाने का भी वादा किया है ताकि हर वर्ग को न्याय मिल सके.
महायुति और MVA में मुकाबला कड़ा
महाराष्ट्र में इस बार सत्तारूढ़ महायुति और महा विकास अघाडी आमने-सामने होंगे. दरअसल, महायुति में बीजेपी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं. MVA यानी महा विकास अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना, और शरद पवार की एनसीपी है.
20 नवंबर को चुनाव
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव 20 नवंबर को होंगे और परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. पिछले चुनाव में बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं. शिवसेना के विभाजन और एनसीपी में दो गुटों (शरद पवार और अजित पवार) के बनने के बाद से राज्य की राजनीति में बदलाव आए हैं.