कर्नाटक (Karnataka) में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार पर खतरा बरकरार है. शनिवार को कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपने से राज्य में मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार खतरे में पड़ गई है. इस्तीफा देने वाले विधायकों ने शनिवार को राज्यपाल वजुभाई वाला से भी मुलाकात की और इनमें से 10 विधायक मुंबई चले गए, जहां वे एक होटल में ठहरे हैं.
राज्यपाल से मिलने के बाद जेडीएस विधायक ए एच विश्वनाथ ने कहा, "आनंद सिंह सहित कांग्रेस और जेडीएस के 14 विधायकों ने अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपा है. हम इस विषय को राज्यपाल के संज्ञान में भी लाए हैं."
Maharashtra: 10 Karnataka Congress-JD(S) MLAs are staying at Sofitel hotel in Mumbai. 11 Congress-JD(S) tendered their resignations yesterday in #Karnataka. pic.twitter.com/5mfmC7btRi
— ANI (@ANI) July 7, 2019
यदि इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है तो सत्तारूढ़ गठबंधन (जिसके 118 विधायक हैं) 224 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत खो देगा. कर्नाटक में बीजेपी के 104 विधायक हैं. मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में बीजेपी कर्नाटक में सरकार बना सकती है.
पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार शुरू से ही बीजेपी को हजम नहीं हो रही है. वह विधायकों की मंडी लगाकर सरकार गिराने का षडयंत्र कर रही है.'
कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा, "अन्य राजनीतिक दलों में हुए घटनाक्रमों से मेरा और मेरी पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है." येदियुरप्पा ने कहा, "मैंने मीडिया में आई खबरों में सुना है कि कांग्रेस और जेडीएस विधायकों ने अपनी-अपनी विधानसभा सीटों से इस्तीफा दे दिया है."
बता दें कि 2018 में कर्नाटक में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं आया था, जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई. विधानसभा के 225 सीटों में से बीजेपी को 104 सीटें मिली, जो बहुमत से 9 कम हैं. कांग्रेस 80 सीटें जीतने में कामयाब रही और उसने JDS के साथ मिलकर सरकार बनाई. कांग्रेस ने JDSको बिना शर्त समर्थन दिया. जेडीएस ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी.