मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के घर पर एक महीने में दूसरी बार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है. शुक्रवार को ईडी की टीम भारी संख्या में पुलिस और केंद्रीय पुलिस बल के साथ देशमुख के आवास पर पहुंची, जिससे मामले में और कड़ी कार्रवाई की अटकलें तेज हो गईं. अभी ईडी की कार्रवाई अभी चल रही है. महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़ी, ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक और टीम देशमुख के मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है. देशमुख के खिलाफ केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दर्ज मुकदमे एवं जांच के दौरान सामने आए साक्ष्यों के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय देशमुख के खिलाफ समानांतर जांच कर रही है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय आज सुबह से महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के नागपुर स्थित आवास पर छापेमारी कर रही है. ईडी का जांचदस्ता करीब आठ बजे देशमुख के ठिकाने पर पहुंचा और कार्रवाई शुरू की. इस दौरान सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं.
Maharashtra: Enforcement Directorate (ED) raids former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh's residence in Nagpur, in connection with an alleged money laundering case.
Visuals from outside his residence. pic.twitter.com/PD69rBSOsv
— ANI (@ANI) June 25, 2021
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के बाद एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने अपना पद छोड़ दिया था. उनके खिलाफ ईडी ने कथित भ्रष्टाचार और कार्यालय मामले के दुरुपयोग के आरोप को लेकर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है. देशमुख के खिलाफ पीएमएलए के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है.
Maharashtra: Visuals from outside the residence of former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh in Worli, Mumbai
Enforcement Directorate (ED) is conducting raids at his residences in Mumbai and Nagpur pic.twitter.com/Jyy2XkbC9y
— ANI (@ANI) June 25, 2021
सीबीआई द्वारा 24 अप्रैल को कार्यालय के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों में सीबीआई द्वारा केस दर्ज किए जाने के लगभग एक पखवाड़े बाद ईडी ने कार्रवाई शुरू की. सीबीआई ने 6 अप्रैल को बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा एजेंसी से रिश्वत और कार्यालय के दुरुपयोग के आरोपों की जांच करने के लिए कहा था. इस फैसले के तुरंत बाद, देशमुख अपने पद से हट गए थे.