Budget 2019: रामराज्य में कैसे लिया जाता था टैक्स, जानें मशहूर कवि कुमार विश्वास की जुबानी
कुमार विश्वास (Photo Credits: Twitter)

Budget 2019: मोदी सरकार 2.0 कार्यकाल का अपना पहला बजट शुक्रवार 5 जुलाई को पेश करने वाली है. बजट 2019 की पूर्व संध्या पर AAP के बागी नेता और कवि कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में उन्होंने रामराज्य का उदाहरण देते हुए बजट की संकल्पना पेश की है. कुमार विश्वास ने कहा कि महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने 1930 में एक लेख के जरिए स्वराज और राम राज्य की बात कही थी.

कुमार विश्वास ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, 'एकबार राम ने भरत से कहा था कि हमें प्रजा से ऐसे कर लेना चाहिए जैसे सूरज लेता है. सूरज जब पानी सोखता है तो पता नहीं चलता लेकिन जब बरसता है तो सभी खुश होते हैं.' उन्होंने तुलसीदास का भी एक दोहा सुनाते हुए इस संदर्भ में कहा कि, 'जिसके राज्य में प्रजा दुखी है. ऐसा राजा नर्क का अधिकारी होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि जो अमीर हैं उनपर ज्यादा कर लगाना चाहिए और गरीबों को कर से राहत मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अब कल देखते हैं कि कैसा बजट आने वाला है.

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बता दें कि फरवरी 2019 में पेश अंतिम बजट में 3.18 लाख करोड़ की रक्षा बजट का प्रावधान किया गया था. इसके अलावा 1.12 लाख करोड़ रुपये पेंशन के लिए दिए गए. लेकिन आधुनिकीकरण के बजट में महज सात फीसदी बढ़ोतरी हुई थी. सात फीसदी की बढ़ोतरी पर रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह बढ़ोतरी नहीं है, इतना प्रभाव तो महंगाई बढ़ने का ही आ जाता है. इस कारण अहम परियोजनाओं में देरी हो सकती है.