Delhi Assembly Election 2025 Results: टैक्स छूट पर दांव और मोदी मैजिक का कमाल! दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में BJP को बढ़त, ये हैं 5 बड़े कारण
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Delhi Assembly Election 2025 Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना जारी है और शुरुआती रुझानों में AAP को बड़ा झटका लगता दिख रहा है. आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, आतिशी और अवध ओझा समेत कई कई पार्टी नेता अपनी सीटों पर पीछे चल रहे हैं। वहीं, बीजेपी को कई सीटों पर बढ़त मिलती नजर आ रही है. चुनावी माहौल गरम है और कार्यकर्ताओं की धड़कनें तेज हो गई हैं. हालांकि, अभी मतगणना के कई दौर बाकी हैं, जिससे अंतिम नतीजे बदल भी सकते हैं.

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, बीजेपी के आगे निकलने के 5 अहम कारण हैं. इनमें टैक्स छूट का दांव, मोदी मैजिक और AAP के आरोपों की साख पर सवाल शामिल हैं.

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बीजेपी की बढ़त के पीछे तीन बड़े कारण

>> फ्री बिजली-पानी की बजाय टैक्स छूट पर दांव: आम आदमी पार्टी ने जहां मुफ्त बिजली-पानी और अन्य सुविधाओं को चुनावी एजेंडा बनाया था. वहीं बीजेपी ने एक नया दांव खेला. केंद्र सरकार द्वारा आयकर छूट को 7 लाख से बढ़ाकर 12 लाख करने की घोषणा मतदाताओं को आकर्षित करने में अहम साबित हुई. इससे मध्यम वर्ग के लोग बीजेपी के पक्ष में जाते दिख रहे हैं.

>> मोदी मैजिक और आक्रामक प्रचार अभियान:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उनके नेतृत्व में बीजेपी का आक्रामक प्रचार अभियान भी जीत की दिशा में मदद करता दिख रहा है. बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कई हमले किए, खासकर "शाही महल" (सीएम हाउस का नवीनीकरण) और यमुना प्रदूषण जैसे मुद्दों को उठाया, जो जनता के बीच असर डालते दिख रहे हैं.

>> चुनाव से पहले AAP नेताओं का पार्टी छोड़ना: दिल्ली चुनाव में बीजेपी की बढ़त की एक बड़ी वजह आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं का चुनाव से ठीक पहले पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल होना भी बताया जा रहा है. इन नेताओं में कई अहम चेहरे शामिल हैं.

>> AAP के आरोपों की साख पर सवाल: अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी उनके 16 उम्मीदवारों को खरीदने की कोशिश कर रही है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी नेताओं ने उनके विधायकों को 15-15 करोड़ रुपए का ऑफर दिया. हालांकि, इससे पहले भी केजरीवाल इस तरह के आरोप लगा चुके हैं, जिनका कोई ठोस सबूत नहीं मिला. इससे उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं.

>> VIP कल्चर से दूर ना होना: केजरीवाल ने पहले वादा किया था कि वह VIP कल्चर से दूर रहेंगे, लेकिन उनके लिए Z+ सिक्योरिटी और आलीशान बंगले की खबरें उनकी सादगी वाली छवि को कमजोर कर रही हैं. इसके अलावा, जनलोकपाल कानून जैसे पुराने वादे अब तक पूरे नहीं हुए, जिससे जनता में नाराजगी है.

एग्जिट पोल में बीजेपी को पहले ही बढ़त

चुनाव से पहले आए एग्जिट पोल में भी बीजेपी को भारी बढ़त मिलती दिखी थी. पीपुल्स पल्स, पोल डायरी और पीपुल्स इनसाइट्स जैसे सर्वे ने भाजपा को 40 से 60 सीटें जीतने की संभावना जताई थी. ऐसे में रुझानों ने इन अनुमानों को सही साबित करना शुरू कर दिया है.

क्या बनेगी त्रिशंकु विधानसभा?

हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार त्रिकोणीय मुकाबले के चलते किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति बन सकती है. अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली में त्रिशंकु विधानसभा का माहौल बन सकता है, जिससे सरकार गठन में दिक्कतें आ सकती हैं.

अब देखना होगा कि क्या बीजेपी अपनी बढ़त बनाए रख पाती है या AAP जोरदार वापसी करेगी. अंतिम नतीजे दोपहर तक साफ हो जाएंगे!