प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को 'प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना' PM (Gati Shakti Yojana) की शुरुआत की. इस मौके पर उन्होंने देश को संबोधित भी किया. पीएम मोदी ने कहा कि आज दुर्गाष्टमी है, पूरे देश में आज शक्ति स्वरूपा का पूजन हो रहा है. शक्ति की उपासना के इस पुण्य अवसर पर देश की प्रगति की गति को भी शक्ति देने का शुभ कार्य हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गति शक्ति-राष्ट्रीय मास्टर प्लान 21वीं सदी के भारत की गति को शक्ति देगा. Good News: ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भारत ने लगाई छलांग, भारतवंशी अपने दिमाग का लोहा मनवाने में भी सफल.
पीएम मोदी ने कहा, इस राष्ट्रीय योजना से अगली पीढ़ी के इंफ्रास्ट्रक्चर और 'मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी' को गति शक्ति मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना से सभी प्रोजेक्ट अब तय समय पर पूरे होंगे और टैक्स का एक भी पैसा बर्बाद नहीं होगा.
इंफ्रास्ट्रक्चर और 'मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी' को मिलेगी गति
Infrastructure development has been far from the priority of most of the political parties. It was never been part of their manifesto... but it has been known that quality infrastructure is a way to sustainable development which builds economy & generates employment: PM Modi pic.twitter.com/gjrlF1Fq1Z
— ANI (@ANI) October 13, 2021
इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, 2014 से पहले मेट्रो लगभग 250 किलोमीटर ट्रैक पर ही चल रही थी. आज 700 किलोमीटर तक मेट्रो का विस्तार हो चुका है और एक हज़ार किलोमीटर पर नए मेट्रो रूट का काम चल रहा है. पीएम ने कहा, 2014 से पहले के 5 सालों में सिर्फ़ 3,000 किलोमीटर रेलवे का बिजलीकरण हुआ था. बीते 7 साल में हमने 24 हज़ार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का बिजलीकरण किया है.
उन्होंने कहा कि हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है. ये उनके घोषणा पत्र में भी नजर नहीं आता है. अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल, देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने में गर्व करते हैं.
पीएम ने कहा, आज 21वीं सदी का भारत सरकारी व्यवस्थाओं की पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है. हमने ना सिर्फ परियोजनाओं को तय सीमा में पूरा करने का 'वर्क कल्चर' विकसित किया बल्कि आज समय से पहले परियोजनाएं पूरा करने का प्रयास हो रहा है.