Shirdi Saibaba Sansthan: साई भक्तों के लिए खुशखबरी! अब VIP के आने पर नहीं करना होगा इंतजार, शिर्डी में ब्रेक दर्शन व्यवस्था शुरू
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शिर्डी, महाराष्ट्र: शिर्डी में रोजाना हजारों लोग साईबाबा के दर्शन के लिए पहुंचते है. ऐसे में अगर वीआईपी आ जाएं तो दुसरे भक्तों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जिसके कारण अब संस्थान ने ब्रेक दर्शन की व्यवस्था शुरू की है.शिर्डी के साईं बाबा मंदिर में आने वाले आम श्रद्धालुओं को अब VIP भक्तों के आगमन पर दर्शन के लिए लंबे समय तक रुकना नहीं पड़ेगा. मंदिर प्रशासन ने ब्रेक दर्शन को लेकर नई व्यवस्था लागू की है, जिससे आम भक्तों को दर्शन में अनावश्यक बाधा नहीं आएगी. इस ब्रेक दर्शन के मुताबिक़ अब दिन में तय समय पर ही वीआईपी साईबाबा के दर्शन कर सकते है.

अब से कोई भी सिफारिश या जनसंपर्क कार्यालय से पास लेकर दर्शन करने वाला व्यक्ति केवल तीन तय समय स्लॉट में ही ब्रेक दर्शन कर सकेगा. इसके लिए एक अलग कतार और प्रवेश मार्ग रहेगा.ये भी पढ़े:Shirdi Sai Baba Temple: शिर्डी में दर्शन के लिए जानेवाले लाखों श्रद्धालुओं की लुट पर लगेगी रोक, अब दुकानों में बिकनेवाले सामान और प्रसाद के पैकेट्स पर लिखना होगा MRP, नगर परिषद ने लिया फैसला

ब्रेक दर्शन दिन में केवल तीन बार

साईं संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोरक्ष गाडीलकर ने जानकारी दी कि अब ब्रेक दर्शन दिन में सिर्फ तीन बार ही होगा.इसके लिए निर्धारित समय स्लॉट बनाए गए हैं, जिनमें ही सिफारिश वाले भक्त ब्रेक दर्शन कर सकेंगे.

समाधि मंदिर में अलग रास्ते से होगा ब्रेक दर्शन

नई व्यवस्था के अनुसार, ब्रेक दर्शन के लिए समाधि मंदिर के एक ओर से अलग रास्ता तय किया गया है, ताकि आम दर्शन पंक्ति पर कोई असर न हो. इस व्यवस्था से आम श्रद्धालु बिना रुके दर्शन कर सकेंगे.

वीआईपी को मिलेगी छूट

हालांकि कुछ विशेष श्रेणी की विशिष्ट हस्तियों और बड़े दानदाताओं को ब्रेक दर्शन में समय की बाध्यता नहीं होगी.इनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मंत्री, सांसद, विधायक, न्यायाधीश, बड़े उद्योगपति, फिल्म कलाकार, वैज्ञानिक, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और 1 लाख रुपये या उससे अधिक दान करने वाले भक्त शामिल हैं.पहले जब कोई VIP साईं मंदिर में आता था, तो सामान्य दर्शन लाइन रोक दी जाती थी, जिससे आम भक्तों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ता था. कई बार सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था पर भी दबाव बनता था.अब यह नई नीति इन समस्याओं को काफी हद तक खत्म करेगी.