तिरुवनन्तपुरम: निपाह वायरस ने केरल में दो और जिंदगियां छीन ली है. सिर्फ केरल में इस वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 15 हो गया है. निपाह वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता के लिए हाल ही में एक एडवाइजरी भी जारी की थी.
केरल स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि करासरी निवासी अखिल का कोझिकोड मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (केएमसीएच) में इलाज के दौरान कल रात मौत हो गई. उन्होंने बताया कि दो अन्य लोगों के भी इस वायरस की चपेट में आने की पुष्टि हुई है. उनका इलाज भी केएमसीएच में जारी है.
वहीँ निपाह वायरस की चपेट में आए 55 वर्षीय पेशे से वकील पी मधुसूदन की एक दुसरे अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. मधुसूदन कई दिनों से इलाज के लिए भर्ती थे.
इस बीच नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने बताया है कि, केरल में जिस वायरस ने लोगों की जान ली है, उसकी जड़ें बांग्लादेश में हैं. यहां के मरीजों के बलगम की जांच के दौरान पाया गया कि केरल में बांग्लादेश टाइप के वायरस ने लोगों को अपनी गिरफ्त में लिया है.
निपाह वायरस से बचने के लिए ऐसा करें –
-यह वायरस सुअर और चमगादड़ से फैलता है
-ताड़ी, जमीन पर पड़े पहले से खाए हुए फलों का सेवन न करें
-पुराने कुओं के पास न जाएं
-बीमारी के कारण मारे गए लोगों के शवों का अंतिम संस्कार सरकारी परामर्श के अनुसार करें
-ऐसे भोजन का इस्तेमाल न किया जाए, जो किसी चमगादड़ या उसके मल से दूषित हुआ हो
-किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में रहने पर साबुन से 20 सेकेंड तक हाथ धोएं.
गौरतलब है कि कोलकाता में निपाह वायरस के संभावित संक्रमण से पहली मौत का मामला सामने आया है. कल अलीपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती सैनिक शिशु प्रसाद की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि केरल के इस सैनिक को वायरल बुखार होने के बाद कोलकाता लाकर आर्मी के कमांड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. सेना के एक अधिकारी ने बताया कि मृत सैनिक के नमूने लिए गए हैं. इन्हें जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में भेजा गया है.