उत्तराखंड: हरिद्वार की सीमाओं को आज और कल सील किया गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि श्रद्धालु गंगा में पवित्र डुबकी लगाने के लिए जिले में प्रवेश न करें. क्योंकि कोविड -19 के मद्देनजर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा में पवित्र स्नान की अनुमति नहीं है, एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस (Senthil Abudai Krishnaraj S) ने कहा. कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने बुधवार को एक ताजा आदेश जारी कर कहा कि भक्तों को 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हरिद्वार में गंगा नदी में पवित्र स्नान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
बता दें कि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु हर साल इस अवसर पर नदी में स्नान के लिए गंगा के तट पर पहुंचते हैं. आदेशों का उल्लंघन करने वालों को महामारी अधिनियम 1897 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत दंडित किया जाएगा. यह भी पढ़ें: Uttarakhand: कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर इस साल हरिद्वार में गंगा स्नान नहीं कर पाएंगे श्रद्धालु, ये है वजह
देखें ट्वीट:
Uttarakhand: Borders of Haridwar will remain sealed today and tomorrow as a measure to ensure that devotees do not enter the district to take the holy dip in Ganga which is not allowed on the occasion of Kartik Purnima, says SSP Senthil Abudai Krishnaraj S
— ANI (@ANI) November 29, 2020
हालांकि, COVID-19 के मद्देनजर केंद्र के दिशानिर्देशों के अनुपालन में इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर लोगों को नदी में स्नान करने से रोकने का निर्णय लिया गया है क्योंकि इससे घाटों पर भीड़ बढ़ेगी जिससे वायरस फैल सकता है. हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट सी रविशंकर ने कहा.