नई दिल्ली: जम्मू- कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) को लेकर जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर (Masood Azhar) के बारे में एक बड़ा खुलसा हुआ है. आतंकी अजहर के बारे में जो खुलसा हुआ है. उसके मुताबिक वह पिछले कुछ दिनों से बीमार होने के चलते उसका इलाज पाकिस्तान के रावलपिंडी के आर्मी बेस अस्पताल में चल रहा है. उसने पुलवामा में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर आत्मघाती बम विस्फोट करने का निर्देश अपने संगठन के लोगों को वहीं से ही दिया था.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उसके बीमारी का ही वजह है कि वह उसने यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (UJC) की पिछली छह प्रमुख बैठकों में हिस्सा नहीं ले सका. यूजेसी, पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित जेहादी समूहों का भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाले संगठन है. यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: राज ठाकरे ने दी थी चेतावनी, अब टी सीरीज ने पाकिस्तानी सिंगर्स के विरुद्ध उठाया ये ठोस कदम
भतीजे उस्मान के मौत का लिए बदला
खबरों की माने तो पुलवामा आतंकी हमले के लिए तैयार अपने आदमियों के लिए 8 दिन पहले जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर ने एक ऑडियो संदेश जारी किया था. ऑडियो संदेश में अजहर अपने भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने के लिए कहता है, जिसे पिछले साल अक्टूबर 2018 में त्राल में सुरक्षा बलों ने मार दिया था. उसने कहा, 'इस युद्ध में मौत से ज्यादा आनंददायक कुछ भी नहीं है.' यह भी पढ़े: पुलवामा आतंकी हमला: देहरादून हॉस्टल में भीड़ के घेराव की वजह से कश्मीरी लड़कियों ने खुद को किया कमरे में लॉक, CRPF ने शेयर किया हेल्पलाइन नंबर
उस ऑडियो में उसने कहा, 'कोई इन्हें दहशतगर्द कहेगा, कोई निकम्मा, कोई पागल, तो कोई इन्हें अमन के लिए खतरा कहेगा.' 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' न्यूज पेपर के के वाले से 'मसूद अजहर ने यूजेसी के अन्य घटकों के साथ नवीनतम हमले के लिए अपनी योजनाओं को साझा नहीं किया. इसके बजाय अजहर ने अपने दूसरे भतीजे जिसका नाम मोहम्मद उमैर और अब्दुल राशिद गाजी है. जिन्हें घाटी में युवाओं का ब्रेनवॉश करने और उन्हें IED विस्फोटकों के साथ फिदायीन हमले के लिए प्रेरित करने के लिए इन टेपों का इस्तेमाल करने को नियुक्त किया.'
जैश के तकरीबन 60 आतंकी कश्मीर में सक्रीय हैं
इस घटना को लेकर कश्मीर के इंटेलिजेंस अधिकारी ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद का कोई भी आदमी सामने नहीं आएगा. सभी लोग दक्षिण कश्मीर में अपने तीन नेताओं- उमेर, इस्माइल और अब्दुल राशिद गाजी के साथ छुपे हुए हैं. बता दें कि कश्मीर में कम से कम 60 जैश आतंकी सक्रिय हैं. जिसमें से 35 पाकिस्तान के हैं और बाकी स्थानीय हैं. जो जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के इशारे पर काम करते है.