(RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक नीति घोषणा की. दरें तय करने वाली समिति, मौद्रिक नीति समिति (MPC) की दो दिवसीय समीक्षा बैठक 3 अप्रैल को शुरू हुई थी और आज 5 अप्रैल को खत्म हुई.
अहम फैसला लेते हुए RBI ने लगातार सातवीं बार प्रमुख नीतिगत दर रेपो रेट को 6.5% पर ही बनाए रखने का फैसला किया है. गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यों वाली MPC ने वैश्विक आर्थिक स्थिति, भारत की जीडीपी वृद्धि और मुद्रास्फीति पर वैश्विक रुझानों के प्रभाव को ध्यान में रखा.
आइए जानें मौजूदा प्रमुख नीतिगत दरों को:
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- रेपो रेट: 6.5%
- स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी रेट: 6.25%
- मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट: 6.75%
- बैंक रेट: 6.75%
- फिक्स्ड रिवर्स रेपो रेट: 3.35%
▪️RBI keeps Repo rate unchanged at 6.5%
▪️Standing Deposit Facility rate remains at 6.25% and Marginal Standing Facility rate and Bank Rate remain at 6.75% :
RBI Governor @DasShaktikanta #Reporate#MonetaryPolicy | @FinMinIndia | @RBI pic.twitter.com/fxe5PmFq72
— All India Radio News (@airnewsalerts) April 5, 2024
इस फैसले का मतलब है कि बैंकों से कमर्शियल लोन लेने की दर (रेपो रेट) अभी कम नहीं होगी. इसका असर लोन की ब्याज दरों पर पड़ सकता है. हालांकि, RBI का ये फैसला महंगाई को काबू में रखने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है.