Independence Day 2019: भारत आज (15 अगस्त) 73वां स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज सुबह दिल्ली (Delhi) के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) फहराकर देशवासियों को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी अपनी सरकार द्वारा हाल ही में लिए गए कुछ बड़े और ऐतिहासिक फैसलों की पृष्ठभूमि में गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले (Red Fort) की प्राचीर से लगातार छठी बार देश को संबोधित करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि अपने इस संबोधन में वह जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के संबंध में अपनी सरकार के महत्वपूर्ण फैसले और अर्थव्यवस्था की स्थिति समेत कई मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे. भारी जनादेश के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाले एनडीए की सत्ता में वापसी के बाद पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम यह पहला संबोधन होगा.
इस वार्षिक समारोह में पीएम मोदी अक्सर अपनी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं ‘‘स्वच्छ भारत’, ‘आयुष्मान भारत’, और भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के बारे में बातें करते आए हैं. साथ ही वह अपनी कमान में देश के प्रदर्शन को भी प्रमुखता से पेश करते रहे हैं. पार्टी नेताओं का मानना है कि जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का ऐतिहासिक फैसला अवश्य ही पीएण मोदी के भाषण में होगा. लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी का यह लगातार छठा भाषण होगा और वह इस उपलब्धि के मायने में बीजेपी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समकक्ष हो जाएंगे जिन्होंने 1998 से 2003 के बीच लगातार छह बार लाल किले की प्राचीर से 15 अगस्त को भाषण दिया था. यह भी पढ़ें- Independence Day 2019: प्रशासन ने कहा- कश्मीर में कुछ पाबंदियां लागू रहेंगी
रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि दिल्ली में 41 सरकारी स्कूलों की 3500 छात्राएं, पांच हजार दर्शक बच्चे और 17 स्कूलों के 700 एनसीसी कैडेट, पीएम मोदी के भाषण स्थल पर ‘नया भारत’ शब्दों की रचना करेंगे और ‘एकता में मजबूती’ को रेखांकित करेंगे. प्रधानमंत्री को सलामी गारद पेश करने वाले दस्ते में एक अधिकारी तथा सेना, नौसेना और वायुसेना के 24-24 जवान शामिल होंगे. यह दस्ता लाल किले की प्राचीर के ठीक नीचे, राष्ट्रीय ध्वज के सामने तैनात रहेगा. सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उनके सहयोगी मंत्री श्रीपद यसोनाइक, सेना प्रमुख बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख मार्शल बिरेन्द्र सिंह धनोआ और नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह उनका स्वागत करेंगे.
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश में चप्पे चप्पे की कड़ी सुरक्षा-
स्वतंत्रता दिवस के जश्न को हर्षोल्लास और शांति से संपन्न करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी सहित सभी राज्यों की राजधानियों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. दिल्ली पुलिस लाल किले की सुरक्षा के लिए चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर से लैस कैमरों का पहली बार इस्तेमाल कर रही है. जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के तहत ज्यादातर प्रावधानों को हटाये जाने के फैसले और पाकिस्तान के साथ तनाव के मद्देनजर दिल्ली में बहुस्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. इसके तहत स्वाट कमांडो और एनएसजी स्नाइपर्स की भी तैनाती की गई है. सेना, अर्द्धसैनिक बलों और दिल्ली पुलिस के 20 हजार जवानों को तैनात किया गया है.
पंजाब और हरियाणा में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और राज्य की सीमा पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है. केंद्र प्रशासित क्षेत्र चंडीगढ़ में भी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. चंडीगढ़ दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी है. अधिकारियों ने बताया कि 15 अगस्त के आयोजन स्थलों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर, पानीपत, अंबाला सहित सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों तथा अंतर राज्यीय बस टर्मिनल और अन्य स्थानों के इर्द गिर्द सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. सीमाई क्षेत्रों में भी सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गयी है. जम्मू से मिली खबर के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस समारोहों के पहले सेना और बीएसएफ, भारत-पाकिस्तान सीमा के आसपास कड़ी चौकसी बरत रही है. जम्मू क्षेत्र में ज्यादातर जिलों में पुलिस पूरी सतर्कता बरत रही है और जम्मू शहर में जांच तेज कर दी गयी है. यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र को किया संबोधित, कहा- जम्मू कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के लोग लाभान्वित होंगे
मुंबई से मिली खबर के अनुसार स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर 40,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी आर्थिक राजधानी की पहरेदारी करेंगे. महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक सामान्य अलर्ट जारी किया गया है. पश्चिम बंगाल में भी सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गयी है. स्वतंत्रता दिवस समारोह के पहले कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों के अलावा राज्य के जिलों में सुरक्षा बढ़ाई गई है.
भाषा इनपुट