राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने 73वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) की पूर्व संध्या पर बुधवार को राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) और लद्दाख का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (Ladakh) के लिए हाल ही में किए गए बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे. वे भी अब उन सभी अधिकारोंऔर सुविधाओं का लाभ उठा पाएंगे जो देश के दूसरे क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को मिलती हैं. वे भी अब समानता को बढ़ावा देने वाले प्रगतिशील कानूनों और प्रावधानों का उपयोग कर सकेंगे. ‘शिक्षा का अधिकार’ कानून लागू होने से सभी बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी. ‘सूचना का अधिकार’ मिल जाने से, अब वहां के लोग जनहित से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे; पारंपरिक रूप से वंचित रहे वर्गों के लोगों को शिक्षा व नौकरी में आरक्षण तथा अन्य सुविधाएं मिल सकेंगी और ‘तीन तलाक’ जैसे अभिशाप के समाप्त हो जाने से वहां की हमारी बेटियों को भी न्याय मिलेगा तथा उन्हें भयमुक्त जीवन जीने का अवसर मिलेगा.
President: I'm confident that the recent changes made in Jammu-Kashmir & Ladakh would be of immense benefit to those regions. They will enable the people to access & enjoy the same rights, same privileges & same facilities as their fellow citizens in the rest of the country. pic.twitter.com/Hji18SBouB
— ANI (@ANI) August 14, 2019
राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन के शुरुआत में देशवासियों को 73वें स्वाधीनता दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह स्वाधीनता दिवस भारत-माता की सभी संतानों के लिएबेहद खुशी का दिन है, चाहे वे देश में हों या विदेश में. आज के दिन हम सभी को देशप्रेम की भावना का और भी गहरा अनुभव होता है. इस अवसर पर, हम अपने उन असंख्य स्वतन्त्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं, जिन्होंने हमें आज़ादी दिलाने के लिए संघर्ष,त्याग और बलिदान के महान आदर्श प्रस्तुत किए. यह भी पढ़ें- Independence Day 2019: मान-सम्मान-अभिमान का प्रतीक है हमारा राष्ट्रीय ध्वज! जानिए तिरंगा फहराने से जुड़े नियम-कानून
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती का जिक्र
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि स्वाधीन देश के रूप में 72 वर्षों की हमारी यह यात्रा,आज एक खास मुकाम पर आ पहुंची है. कुछ ही सप्ताह बाद, 2 अक्टूबर को, हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे. गांधीजी,हमारे स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे. वे समाज को हर प्रकार के अन्याय से मुक्त कराने के प्रयासों में हमारे मार्गदर्शक भी थे. गांधीजी का मार्गदर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है. उन्होंने हमारी आज की गंभीर चुनौतियों का अनुमान पहले ही कर लिया था. गांधीजी मानते थे कि हमें प्रकृति के संसाधनों का उपयोग विवेक के साथ करना चाहिए ताकि विकास और प्रकृति का संतुलन हमेशा बना रहे. उन्होंने पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता पर ज़ोर दिया और प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर जीवन जीने की शिक्षा भी दी.
गुरु नानक देवजी का 550वां जयंती वर्ष
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 2019 का यह साल, गुरु नानक देवजी का 550वां जयंती वर्ष भी है. वे भारत के सबसे महान संतों में से एक हैं. मानवता पर उनका प्रभाव बहुत ही व्यापक है. सिख पंथ केसंस्थापक के रूप में लोगों के हृदय में उनके लिए जो आदरका भाव है, वह केवल हमारे सिख भाई-बहनों तक ही सीमित नहीं है. भारत और पूरी दुनिया में रहने वाले करोड़ों श्रद्धालु उन पर गहरी आस्था रखते हैं. गुरु नानक देवजी के सभी अनुयायियों को मैं इस पावन जयंती वर्ष के लिए अपनी हार्दिकशुभकामनाएं देता हूं.
राष्ट्रपति कोविंद के संबोधन का पूरा वीडियो, यहां देखें-
राष्ट्रपति कोविंद ने 17वें आम चुनाव को लेकर कही ये बात
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इसी वर्ष गर्मियों में, आप सभी देशवासियों ने 17वें आम चुनाव में भाग लेकर विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सम्पन्न किया है. इस उपलब्धि के लिए,सभी मतदाताबधाई के पात्र हैं. वे बड़ी संख्या में,बहुत उत्साह के साथ, मतदान केन्द्रों तक पहुंचे. उन्होंने न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग किया बल्कि निर्वाचन से जुड़ी अपनी ज़िम्मेदारी भी निभाई.
भारत युवाओं का देश
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत युवाओं का देश है. हमारे समाज का स्वरूप तय करने में युवाओं की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है. हमारे युवाओं की ऊर्जा खेल से लेकर विज्ञान तक और ज्ञान की खोज से लेकर सॉफ्ट स्किल तक कई क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा बिखेर रही है.