COVID-19 Vaccine Update: एस्ट्राजेनेका के ट्रायल पर अस्थायी रोक के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ने भारत में रोका परीक्षण, कहा- हम DCGI के निर्देशों का कर रहे हैं पालन
कोरोना वायरस (Photo Credits: Pixabay)

COVID-19 Vaccine Update: ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन (Oxford-AstraZeneca COVID-19 Vaccine) AZD1222 के तीसरे और अंतिम चरण के ट्रायल पर अस्थायी रोग लगाए जाने के बाद अब भारत में भी इस वैक्सीन के परीक्षण पर रोक लगा दी गई है. ज्ञात हो कि ब्रिटेन में एक व्यक्ति को इस वैक्सीन का डोज दिए जाने के बाद उसके शरीर में गंभीर दुष्परिणाम देखने को मिले, जिसके बाद ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 Vaccine) के तीसरे चरण के ट्रायल को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया और अब भारत में भी इस वैक्सीन के परीक्षणों पर रोक लगा दी गई है.

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) का कहना है कि हम स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं और भारत के परीक्षणों को रोक रहे हैं जब तक कि एस्ट्राजेनेका फिर से परीक्षण शुरू नहीं करता है. हम ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drug Controller General of India) यानी डीसीजीआई (DCGI) के निर्देशों का पालन कर रहे हैं और ट्रायल पर आगे टिप्पणी नहीं कर पाएंगे.

देखें ट्वीट-

दरअसल, बुधवार को ही ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने सीरम इंस्टीट्यूट को नोटिस जारी किया, जिसमें पूछा गया कि कंपनी ने गंभीर प्रतिकूल परिणामों के बारे में सूचित क्यों नहीं किया, जिसके कारण उनके यूके साझेदार एस्ट्राजेनेका को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के वैश्विक नैदानिक ट्रायल को अस्थायी तौर पर रोकना पड़ा है, जबकि देश में 17 जगहों पर वैक्सीन का ट्रायल जारी है. भारत में वैक्सीन के ट्रायल को रोकने से पहले बुधवार को ही सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा था कि परीक्षण को रोकने के लिए अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं, लेकिन डीसीजीआई से नोटिस मिलने के बाद अब भारत में इसके ट्रायल को रोक दिया गया है. यह भी पढ़ें: Oxford-AstraZeneca COVID-19 Vaccine: कोरोना महामारी से निपटने के प्रयासों को बड़ा झटका, इस वजह से ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल पर लगी अस्थायी रोक

गौरतलब है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन को विकसित करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को चुना गया है. पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनियों में से एक है, जो कोरोना वायरस वैक्सीन विकसित करने वाले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोजेक्ट में एक भागीदार भी है. ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन को बनाने के लिए इसी भारतीय कंपनी को चुना है.