राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए बयानों पर कांग्रेस, भाजपा में घमासान जारी रहने की संभावना
Rahul Gandhi (Photo : ANI)

नई दिल्ली, 14 मार्च: ब्रिटेन (Britain) में कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयानों को लेकर खींचतान जारी रहने की संभावना है, क्योंकि भाजपा (BJP) उनसे माफी मांगने पर अड़ी है, जबकि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के विदेशों में दिए गए पिछले बयानों का हवाला दे रही है. विपक्षी दल मंगलवार को फिर बैठक कर सदन के पटल पर रणनीति बनाएंगे. पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष और विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने ट्वीट किया, "मैं आपको चीन में दिए गए आपके बयान की याद दिलाना चाहता हूं. आपने कहा था - "पहले आपको भारतीय होने पर शर्म आती थी. यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की

अब आप देश का प्रतिनिधित्व करने में गर्व महसूस करते हैं. क्या यह भारत और भारतीयों का अपमान नहीं था? अपने मंत्रियों से कहें कि वे अपनी यादें ताजा करें." उन्होंने कहा, "साउथ कोरिया में आपने कहा था - एक जमाना था, जब लोगों को लगता था कि पिछले जन्म में उन्होंने ऐसा कौन सा पाप किया है, जिसके फलस्वरूप उन्होंने भारत में जन्म लिया, क्या इसी को आप देश कहते हैं. आप कांग्रेस पार्टी को लेक्चर देने से पहले पहले अपनी 'सच्चाई का आईना' देखें!"

कांग्रेस संसद में व्यवधान के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है, क्योंकि सदन के बाहर दिया गया बयान उसके लिए कोई मुद्दा नहीं है. कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के आरोप का नेतृत्व लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने किया, दोनों ने राहुल गांधी से माफी की मांग की. विपक्षी दलों ने हालांकि इसे सरकार की ध्यान भटकाने वाली रणनीति करार दिया, क्योंकि भाजपा जेपीसी का जिक्र तक सुनना नहीं चाहती.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, संसद को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया, क्योंकि सरकार काम करना नहीं चाहती। इसने पीएम से जुड़े अडानी महामेगा स्कैम की जांच के लिए जेपीसी की संयुक्त विपक्ष की मांग से ध्यान हटाने के लिए पूरी तरह से फर्जी मोड़ बनाया. इससे पहले, विपक्षी सदस्यों ने विजय चौक की ओर मार्च किया और खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के तहत कानून का कोई शासन नहीं है.