गगनयान मिशन के लिए 10 हजार करोड़ मंजूर, 3 भारतीय अंतरिक्ष में रहेंगे 7 दिन
इसरो (Photo Credit: Facebook)

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को गगनयान (Gaganyaan) परियोजना को मंजूरी दे दी. इस परियोजना के तहत तीन सदस्यीय दल को कम से कम सात दिनों के लिए अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यह जानकारी दी. उन्होंने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ की लागत आएगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) भाषण में गगनयान परियोजना की घोषणा की थी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना को 2022 तक अमल में लाया जाएगा. इस अभियान के सफल होने पर भारत इस उपलब्धि को हासिल करने वाला चौथा राष्ट्र बन जाएगा.

इसरो प्रमुख के. सिवन ने के अनुसार,  गगनयान एक बहुत ही शानदार मिशन है. प्रधानमंत्री ने हम सभी को एक काम के रूप में एक बड़ा तोहफा दिया है. मानवयुक्त मिशन के एजेंडा के बारे में पूछे जाने पर सिवन ने कहा था कि प्रथम अभियान के तहत मानव को अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वह (अंतरिक्ष यात्री) पांच-सात दिन कक्षा में रहेंगे और वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे व इसके बाद उन्हें सुरक्षित रूप से धरती पर वापस लाया जाएगा. यह प्रक्रिया अंतरिक्ष में मानव को भेजने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करेगी. सिवन ने जीएसएलवी मार्क-3 डी 2 को शानदार, भरोसेमंद और सामान्य बताया था. यही यान किसी भारतीय को अंतरिक्ष में लेकर जाने वाला है. यह भी पढ़ें- ऑपरेशन के दौरान मरीज 3 घंटे तक करता रहा हनुमान चालीसा का पाठ, डॉक्टरों ने निकाला ब्रेन ट्यूमर

अगले साल इसरो का 22 से ज्यादा मिशनों का लक्ष्य

इसरो ने 2019 के लिए 22 से ज्यादा मिशनों का लक्ष्य रखा है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. सिंह ने बताया कि इसरो ने अगले तीन साल में 50 से अधिक मिशनों के लक्ष्य की अपनी रूप-रेखा प्रकट की है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अंतरिक्ष गतिविधियों के लिए बजट में वृद्धि की है. सिंह ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रम में पिछले कुछ वर्षों के दौरान अत्यधिक सफल और वाणिज्यिक मिशनों के कारण अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.

एजेंसी इनपुट