Mukesh Chandrakar Murder: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में वरिष्ठ पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्याकांड मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है. बीजापुर जिला प्रशासन ने आरोपी सुरेश चंद्रकार के घर पर बुलडोजर चलवाए और कथित अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त किया. इसके साथ ही तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है, जिसने पूछताछ की जा रही है. पुलिस का कहना है कि सेप्टिक टैंक पर कंक्रीट की परत डाली गई थी, ताकि हत्या के सबूतों को छुपाया जा सके. पुलिस ने कंक्रीट तोड़कर शव बरामद किया, जिससे हत्या की साजिश और गहरी हो गई.
एक जनवरी 2025 को लापता हुए मुकेश का शव एक ठेकेदार के घर के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया.
मुख्य आरोपी के घर पर चला बुलडोजर
#WATCH | Journalist Mukesh Chandrakar murder case | Bijapur, Chhattisgarh: Administration seizes the land illegally possessed by one of the accused Suresh Chandrakar pic.twitter.com/OAnUsFSAju
— ANI (@ANI) January 4, 2025
पत्रकार हत्याकांड मामले में तीन गिरफ्तार
Three arrested in the murder of Chattisgarh journalist Mukesh Chandrakar. The arrested accused identified as Ritesh Chandrakar, Dinesh Chandrakar and Mahendra Ramteke. pic.twitter.com/VRqC3D9wcM
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) January 4, 2025
डिप्टी CM विजय शर्मा का कांग्रेस पर गंभीर आरोप
Raipur: On the murder of Journalist Mukesh Chandrakar in Bijapur Chhattisgarh Deputy CM Vijay Sharma says, "The murder of Mukesh Chandrakar in Bijapur is a very personal loss for me. He worked extensively for the end of red terrorism and Naxalism in Bastar. Specifically, after… pic.twitter.com/rbKeEfgGon
— IANS (@ians_india) January 4, 2025
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस के अनुसार, मुकेश को ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के भाई रितेश ने कॉल किया था, जिसके बाद उनका फोन बंद हो गया. इसके बाद पुलिस ने ठेकेदार के घर पर छापेमारी की, जहां उन्हें मुकेश का शव सेप्टिक टैंक में पड़ा हुआ मिला. शव की हालत अत्यधिक सड़ चुकी थी, जिसे उनके कपड़ों से पहचाना गया.
क्यों हुई हत्या?
मुकेश ने सुरेश चंद्रकार के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था, जिसके बाद ठेकेदार के खिलाफ सरकार ने जांच शुरू की थी. सुरेश चंद्रकार को 120 करोड़ रुपये का एक सड़क निर्माण परियोजना मिला था, जिसे मुकेश ने अपनी रिपोर्ट में उजागर किया था. इसके बाद सुरेश को सरकारी अधिकारियों से रिश्वत लेने का आरोप झेलना पड़ा.
स्वतंत्र पत्रकार थे मुकेश चंद्रकार
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुकेश NDTV सहित कई समाचार चैनलों के लिए एक स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम कर चुके थे. उन्होंने 'बस्तर जंक्शन' नाम से एक यूट्यूब चैनल भी बनाया था, जिसके लगभग 1.59 लाख सब्सक्राइबर्स हैं. उन्होंने अप्रैल 2021 में बीजापुर में तकालगुडा नक्सली हमले के बाद कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मन्हास को माओवादियों की कैद से छुड़ाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसमें 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे.