अयोध्या: देश के करोड़ों राम भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है. ताजा जानकारी के अनुसार, अयोध्या (Ayodhya Ram Temple) में राम मंदिर 2023 के अंत यानी दिसंबर महीने तक भक्तों के पूजा करने के लिए खोल दिया जाएगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों की मानें तो पूरे 70 एकड़ परिसर में निर्माण 2025 के अंत तक पूरा होगा. अगस्त में अयोध्या जा सकते हैं राष्ट्रपति कोविंद
राम मंदिर की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 5 अगस्त को एक भव्य समारोह में रखी गई थी, लेकिन प्रस्तावित मंदिर स्थल के नीचे पानी मिलने के बाद जनवरी में काम रोकना पड़ा था. फिलहाल मंदिर की नींव पर इंजीनियर काम कर रहे हैं और इसके 15 सितंबर तक पूरा होने की संभावना है. दूसरे चरण का काम नवंबर में दिवाली के आसपास शुरू होने की संभावना है. मंदिर की नींव के लिए कंप्रेस्ड कंक्रीट बेस रखा गया है. निर्माण के दूसरे चरण के तहत मंदिर के बेस प्लिंथ पर काम शुरू होगा, जिसके लिए मिजार्पुर के गुलाबी पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा.
Ram Temple in Ayodhya to open for devotees by December 2023: Sources pic.twitter.com/zrpvu3Mi38
— ANI UP (@ANINewsUP) August 4, 2021
राम मंदिर के गर्भगृह को भक्तों के लिए पहले खोला जाएगा
परियोजना की देखरेख कर रहे ट्रस्ट ने हाल ही में कहा था कि 2023 के अंत तक राम मंदिर के गर्भगृह को भक्तों के लिए राम लला की पूजा करने के लिए खोल दिया जाएगा. इंजीनियरों और वास्तुकारों के साथ 15 सदस्यीय श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दो दिवसीय बैठक के बाद यह घोषणा की गई थी.
अयोध्या की बदलेगी तस्वीर
राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या की सूरत भी बदलगेगी. अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को विकसित करने का भी लक्ष्य है. सरयू नदी और इसके घाटों के आसपास बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सरयू नदीं में नियमित रूप से क्रूज ऑपरेशन भी होगा. अयोध्या में सड़कों का चौड़ीकरण, नदी के किनारे का जीर्णोद्धार, बस स्टैंड और पार्किंग की सुविधा बेहतर करने का काम शुरू हो चुका है. राज्य सरकार की योजना पड़ोसी जिलों जैसे बस्ती और गोंडा के गांवों को भी जोड़ने की है.
राम द्वार और रामायण उद्यान बनाने की योजना
अयोध्या को भव्य धार्मिक रूप देने के लिए इसके सभी प्रवेश बिंदुओं पर बागों से घिरे 'राम द्वार' कहे जाने वाले भव्य प्रवेश द्वार जल्द ही बनेंगे. 'राम द्वारों' के किनारे लगे बागों को 'रामायण वाटिका' कहा जाएगा. अयोध्या विकास प्राधिकरण के अनुसार, अयोध्या में छह प्रवेश द्वार हैं. अयोध्या शहर को भव्य धार्मिक रूप देने के लिए सभी प्रवेश बिंदुओं पर भव्य द्वार या राम द्वार बनाए जाएंगे.
आधुनिक सुविधाओं से होगा लैस
यह पहल पवित्र शहर को एक छोटे से शहर से एक नए शहर में बदलने की योजना का एक हिस्सा है, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस और संस्कृति के अनुकूल हैं. योगी सरकार भी राम मंदिर से जुड़े हर काम को युद्धस्तर पर पूरा करने की कवायद छेड़ चुकी है. विभिन्न विभाग बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और अयोध्या को विश्वस्तरीय शहर बनाने के विजन को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने में लगे हुए हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)