अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीराम लला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी 2025 को "प्रतिष्ठा द्वादशी" के रूप में मनाई जाएगी. इस विशेष अवसर पर मंदिर परिसर में विविध धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव होंगे.
कार्यक्रमों की सूची
यज्ञ मंडप (मंदिर परिसर)
आग्निहोत्र यज्ञ: सुबह 8 से 11 बजे और दोपहर 2 से 5 बजे तक, शुक्ल यजुर्वेद से मंत्रों का उच्चारण.
राम मंत्र का 6 लाख बार जाप: यह मंत्र जाप पूरे दिन विभिन्न समयों पर किया जाएगा.
राम रक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा आदि का पाठ: श्रद्धालु इन दिव्य स्तोत्रों का श्रवण कर सकते हैं.
मंदिर के भूतल पर कार्यक्रम
राग सेवा (3-5 बजे): इस समय संगीत प्रेमियों के लिए विशेष राग सेवा का आयोजन होगा.
बधाई गान (6-9 बजे): मंदिर परिसर में बधाई गीतों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालु भी भाग ले सकते हैं.
The first anniversary of the Prana Pratishtha of Shri Ram Lalla Vigraha at the Shri Ram Janmabhoomi Mandir in Ayodhya will be celebrated on January 11, 2025. This occasion will be known as "Pratishtha Dwadashi," and shall feature the following programs:
1. Yajna Mandap (Mandir…
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) December 26, 2024
यात्री सुविधा केंद्र के पहले तल पर
रामचरितमानस का संगीतबद्ध पाठ: श्रद्धालु रामचरितमानस के भावपूर्ण संगीतबद्ध पाठ का आनंद ले सकेंगे.
अंगद टीला
राम कथा (2-3:30 बजे): श्रीराम के जीवन और उपदेशों पर आधारित राम कथा का आयोजन.
रामचरितमानस पर प्रवचन (3:30-5 बजे): प्रसिद्ध संतों द्वारा रामचरितमानस पर गहन प्रवचन.
सांस्कृतिक कार्यक्रम (5:30-7:30 बजे): अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम.
प्रसाद वितरण (सुबह से): श्रद्धालुओं को श्रीराम के प्रसाद का वितरण
इस विशेष अवसर पर हर किसी को इस महान आयोजन में भाग लेने का आमंत्रण दिया गया है. यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अयोध्या के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन को भी समृद्ध करेगा. श्रीराम के भक्त इस आयोजन में अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ शामिल होकर इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाएंगे.
अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्रीराम लला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी 2025 को "प्रतिष्ठा द्वादशी" के रूप में मनाई जाएगी. इस विशेष अवसर पर मंदिर परिसर में विविध धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अभूतपूर्व अनुभव होंगे.
कार्यक्रमों की सूची
यज्ञ मंडप (मंदिर परिसर)
आग्निहोत्र यज्ञ: सुबह 8 से 11 बजे और दोपहर 2 से 5 बजे तक, शुक्ल यजुर्वेद से मंत्रों का उच्चारण.
राम मंत्र का 6 लाख बार जाप: यह मंत्र जाप पूरे दिन विभिन्न समयों पर किया जाएगा.
राम रक्षा स्तोत्र, हनुमान चालीसा आदि का पाठ: श्रद्धालु इन दिव्य स्तोत्रों का श्रवण कर सकते हैं.
मंदिर के भूतल पर कार्यक्रम
राग सेवा (3-5 बजे): इस समय संगीत प्रेमियों के लिए विशेष राग सेवा का आयोजन होगा.
बधाई गान (6-9 बजे): मंदिर परिसर में बधाई गीतों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालु भी भाग ले सकते हैं.
यात्री सुविधा केंद्र के पहले तल पर
रामचरितमानस का संगीतबद्ध पाठ: श्रद्धालु रामचरितमानस के भावपूर्ण संगीतबद्ध पाठ का आनंद ले सकेंगे.
अंगद टीला
राम कथा (2-3:30 बजे): श्रीराम के जीवन और उपदेशों पर आधारित राम कथा का आयोजन.
रामचरितमानस पर प्रवचन (3:30-5 बजे): प्रसिद्ध संतों द्वारा रामचरितमानस पर गहन प्रवचन.
सांस्कृतिक कार्यक्रम (5:30-7:30 बजे): अयोध्या की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम.
प्रसाद वितरण (सुबह से): श्रद्धालुओं को श्रीराम के प्रसाद का वितरण
इस विशेष अवसर पर हर किसी को इस महान आयोजन में भाग लेने का आमंत्रण दिया गया है. यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अयोध्या के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन को भी समृद्ध करेगा. श्रीराम के भक्त इस आयोजन में अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ शामिल होकर इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाएंगे.